इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट ने अपडेट देते हुए बताया कि मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरा अवसाद एक चक्रवाती तूफान “SITRANG” के रूप में बदल गया है. मौसम विभाग ने कहा, " इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की बहुत संभावना है. ऐसा हुआ तो 24 अक्टूबर को ये एक भीषण चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. इसके बाद उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ना जारी रखते हुए, 25 अक्टूबर की सुबह के आसपास, इसकी तिनकोना द्वीप और सैंडविच के बीच बांग्लादेश तट को पार करने की बहुत संभावना है."
बता दें कि सीतरंग चक्रवात को लेकर मौसम विभाग ने शुक्रवार को ही चेतावनी दी थी कि अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का सिस्टम तेज होकर एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और 25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटों तक पहुंच सकता है.
मौसम विज्ञानियों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव और गहरे दबाव के कारण, पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है. 24 अक्टूबर, 2022 को अलग-अलग स्थानों पर 50-60KMPH की तेज हवाएं और भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ हो सकती है.
25 अक्टूबर 2022 को 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. चक्रवात के कारण त्रिपुरा सबसे ज्यादा प्रभावित होगा और 24 घंटों में वहां अधिकतम 200 मिमी तक बारिश होने की उम्मीद है.
त्रिपुरा, असम, मिजोरम, मणिपुर और नागालैंड के लिए आईएमडी द्वारा रेड अलर्ट जारी किया गया है. जबकि
अरुणाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. साइक्लोन अलर्ट के चलते त्रिपुरा सरकार ने 26 अक्टूबर तक सभी शैक्षणिक संस्थान बंद करने का आदेश दिया है. साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों के लिए एनडीआरएफ को स्टैंड बाय पर रखा गया है.
इधर, मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 25 अक्टूबर, 2022 तक मध्य बंगाल की खाड़ी में न जाएं. पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों (दक्षिण और उत्तर 24 परगना और पूर्वी मेदनीपुर) में नुकसान की आशंका है. त्रिपुरा, मिजोरम, पूर्वी मेघालय, मणिपुर और दक्षिण असम में नुकसान की आशंका है.
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