वायनाड पुनर्वास: प्रियंका गांधी केंद्र पर ‘दबाव’ बनाने के साथ केरल के मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगी

प्रियंका ने कहा कि उनका पहला काम मलयालम सीखना है. उन्होंने कहा, ‘‘कल, ऐसी ही एक बैठक में, भीड़ में से किसी ने कहा कि मैं फिर कब आऊंगी. इसलिए, मैं वादा करती हूं कि मैं इतनी बार आऊंगी कि आप मुझसे ऊब जाएंगे. कृपया मुझे देखने की आदत डाल लें.’’

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वायनाड:

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा ने रविवार को कहा कि वह केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को पत्र लिखेंगी और वायनाड में भूस्खलन के पीड़ितों के पुनर्वास के लिए केंद्र पर यथासंभव दबाव डालेंगी. प्रियंका ने यहां कलपेट्टा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं केरल के मुख्यमंत्री को पत्र लिखूंगी और केंद्र पर भी यथासंभव दबाव बनाने की कोशिश करूंगी ताकि पीड़ितो का उचित पुनर्वास किया जा सके.''

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री, दोनों से आग्रह करना चाहूंगी कि वे राजनीति से परे जाकर पुनर्वास की सुविधा प्रदान करें.''

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि वह उनसे कहेंगी कि वे इस बात को स्वीकार करें कि वहां जो कुछ हुआ वह किसी भी तरह की राजनीति से परे है. उन्होंने कहा, ‘‘यहां जो कुछ हुआ वह एक वृहद और विनाशकारी मानवीय त्रासदी थी.''

वायनाड लोकसभा उपचुनाव में जीत के बाद पहाड़ी जिले के दो दिवसीय दौरे पर आईं प्रियंका ने 30 जुलाई को यहां हुए बड़े पैमाने पर भूस्खलन के मुद्दे को उठाया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि भूस्खलन की घटना और पूरे भारत में इसके प्रचार के कारण बहुत से लोग अब भी मानते हैं कि यहां आना असुरक्षित है, लेकिन वे यह नहीं समझते कि प्रकृति का प्रकोप एक बहुत छोटे भौगोलिक क्षेत्र तक ही सीमित है और बाकी हिस्सा सुंदर है तथा यहां आना पूरी तरह सुरक्षित है.

प्रियंका ने आह्वान किया, ‘‘ हमें अब अधिक पर्यटकों को आमंत्रित करने के लिए विशेष प्रयास करना चाहिए ताकि उन्हें दिखाया जा सके कि यह सुरक्षित है, यह सुंदर है और यह आने के लिए सबसे अच्छी जगह है.''

कांग्रेस नेता ने कहा कि संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ), ‘इंडिया' गठबंधन और कांग्रेस लोकतंत्र की संस्थाओं को भाजपा और उसकी नीतियों के विनाशकारी प्रभाव से बचाने के लिए बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं. प्रियंका गांधी वाद्रा ने इससे पहले भाजपा नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज लड़ाई उस ताकत के खिलाफ है जो लोगों के अधिकारों को कमजोर कर उन्हें कुछ ‘‘कारोबारी मित्रों'' को सौंप रही है.

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उन्होंने यहां मनंतवाडी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “हम एक ऐसी ताकत के खिलाफ लड़ रहे हैं जो उन संस्थाओं को नष्ट करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है जिन पर हमारा देश बना है.”

वायनाड से सांसद ने कहा, 'आज हम अपने राष्ट्र की भावना के लिए, भारत की आत्मा के लिए लड़ रहे हैं.' कांग्रेस महासचिव ने कहा कि यह लड़ाई इस देश की शक्ति और संसाधनों पर उसके लोगों का अधिकार सुनिश्चित करने के लिए है. उन्होंने अपने भाषण के दौरान चुनाव प्रचार से पहले 17 या 18 साल के एक युवक मोहम्मद हानी से अपनी मुलाकात को याद किया. यह मुलाकात तब हुई थी जब वह भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने यहां आई थीं.

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उन्होंने कहा, ‘‘मैं मुहम्मद हानी नामक एक युवा लड़के से मिली थी, जिसने अपनी दादी को छोड़कर अपने परिवार के हर सदस्य को खो दिया था. भूस्खलन और बाढ़ के पानी के दौरान छह घंटे तक वह अपनी मां को हाथ से पकड़े रहा और उन्हें बचाने की कोशिश करता रहा. हालांकि, अतंत: उसने अपनी मां को डूबते हुए देखा.''

प्रियंका ने कहा, ‘‘जब मैं चुनाव प्रचार के लिए वापस आई और मैंने उसे संदेश भेजा, उससे पूछा कि उसकी रुचि क्या है, क्योंकि मैंने सोचा था कि चुनाव के बाद मैं उसे कुछ भेजूंगी. यह युवा लड़का जिसने सिर्फ चार महीने पहले ही सब कुछ खो दिया था, उसने मुझे संदेश भेजा, जिसमें लिखा था कि मेरी रुचि उन लोगों की मदद करना है जो पीड़ित हैं. वह बहादुर है, लेकिन उसका दिल सोने का है और वह दयालु है.''

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उन्होंने कहा कि भारत जिन सच्चे मूल्यों के लिए खड़ा है, उसका प्रतीक यहां वायनाड में मौजूद है. प्रियंका ने कहा, ‘‘मैं चाहती हूं कि आप में से हर कोई जाने कि आप मेरी जिम्मेदारी हैं. मैं आपके प्यार को पूरी गंभीरता से लेती हूं और अगले पांच वर्षों में आपको बेहतर भविष्य देने के लिए आपके लिए लड़ना मेरा कर्तव्य है.'' उन्होंने कहा कि वह यहां दो दिनों के लिए उन सभी को उनके प्यार और स्नेह के लिए धन्यवाद देने आई हैं.

कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘लेकिन इसके बाद मेरा असली काम शुरू होगा और हम आपके सामने आने वाली सभी समस्याओं को सुलझाने के लिए मिलकर काम करेंगे.''

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प्रियंका ने कहा कि उनका पहला काम मलयालम सीखना है. उन्होंने कहा, ‘‘कल, ऐसी ही एक बैठक में, भीड़ में से किसी ने कहा कि मैं फिर कब आऊंगी. इसलिए, मैं वादा करती हूं कि मैं इतनी बार आऊंगी कि आप मुझसे ऊब जाएंगे. कृपया मुझे देखने की आदत डाल लें.''

भीड़ द्वारा पूछे गए इस सवाल कि क्या वह यहां रहेंगी, प्रियंका ने कहा, ‘‘मैं निश्चित रूप से इस पर विचार करूंगी.'' प्रियंका ने सुल्तान बाथरी में अपने संबोधन में आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलन का राजनीतिकरण किया है. उन्होंने कहा, ‘‘सत्ता में बैठे लोगों को यह समझना चाहिए कि एक बड़ी त्रासदी हुई है और इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.''

वह रविवार को जनसभाओं में हिस्सा लेने के बाद नयी दिल्ली के लिए रवाना हो गईं. राहुल गांधी के साथ दो दिन के लिए वायनाड के दौरे पर आईं प्रियंका ने शनिवार को वायनाड लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तिरुवंबाडी, निकंबूर, कोझिकोड तथा मलप्पुरम जिलों में जनसभाओं में हिस्सा लिया.

प्रियंका ने वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव में 4,10,931 मतों के अंतर से जीत हासिल की, जो उनका पहला चुनावी मुकाबला था. राहुल ने 2024 के लोकसभा चुनाव में वायनाड के अलावा उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से भी जीत हासिल की थी. इसके बाद, उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी थी, जिसपर नवंबर में उपचुनाव हुआ था.

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