- धराली में गंगोत्री के पास बनी झील से पानी आ रहा है, जिससे कई रास्ते बंद और आवागमन बाधित हुआ है.
- धराली और हर्षिल में एसडीआरएफ ने अलर्ट जारी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है.
- लगातार बारिश और झील से आने वाले पानी के कारण धराली की अस्थाई सड़कों पर जलभराव और नुकसान हुआ है.
उत्तरकाशी के धराली में तबाही के बावजूद आफत अभी तक कम नहीं हुई है. अब धराली में एक झील से पानी आ रहा है और बारिश ने भी स्थानीय लोगों और बचाव कार्य में जुटे लोगों की परेशानी को और बढ़ा दिया है. झील का पानी आने के कारण कई रास्ते एक बार फिर बंद हो गए हैं और आवागमन बाधित हुआ है. धराली और हर्षिल में एसडीआरएफ ने अलर्ट जारी किया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है. साथ ही लगातार हो रही बारिश के कारण भी लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. धराली की तबाही के बाद अब ऐसी स्थितियों ने स्थानीय लोगों को एक बार फिर चिंतित कर दिया है.
दरअसल, धराली में गंगोत्री के पास बनी एक झील से पानी आ रहा है. इस पानी के कारण जगह-जगह जलभराव की हालत है. इसके कारण रकई मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं. उस पर इस इलाके में बारिश भी थमने का नाम नहीं ले रही है.
पानी आने के कारण कई रास्ते बंद
धराली में पानी आने के कारण धराली की अस्थाई सड़कों पर पानी ही पानी भर गया है. इसके कारण गंगोत्री से धराली का मार्ग एक बार फिर से अवरुद्ध हो गया है. साथ ही अस्थाई रास्तों के निर्माण को भी नुकसान पहुंचा है, जिसके कारण आवागमन बाधित हो गया है.
धराली और हर्षिल में एसडीआरएफ ने अलर्ट जारी किया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है. गंगोत्री के आसपास भारी बारिश से भागीरथी नदी का जलस्तर बढ़ा है.
पिछली तबाही के बाद अब ये हालात डरा रहे
धराली में लगातार बारिश हो रही बारिश ने स्थानीय लोगों को डरा दिया है. लोग पिछली तबाही से अभी तक उबर नहीं पाए हैं. बावजूद इसके यह बारिश और झील से आ रहे पानी ने उनकी चिंता को और बढ़ा दिया है.
उत्तरकाशी के विभिन्न हिस्सों में सोमवार को हुई लगातार बारिश के कारण आपदाग्रस्त धराली और हर्षिल में बचाव अभियान में रुकावटें आई हैं. अधिकारियों ने यहां बताया कि खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर सेवाएं नहीं शुरू की जा सकीं और मलबे में दबे लोगों की तलाश का काम भी प्रभावित हुआ.
धराली हादसे के बाद 42 लोग अब भी हैं लापता
पांच अगस्त को खीरगंगा नदी में आयी भीषण बाढ़ से धराली गांव में जमा हुए मलबे में लापता लोगों के जीवित होने की संभावना कम होती जा रही है क्योंकि आपदा के बाद लगभग एक सप्ताह का समय गुजर चुका है.
गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पाण्डेय ने बताया कि 43 लोगों के लापता होने की सूचना है, जिनमें से धराली गांव के एक युवक आकाश पंवार का शव बरामद किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि शेष बचे लापता 42 लोगों में सेना के नौ कार्मिकों के अलावा धराली गांव के आठ, आसपास के क्षेत्रों के पांच, टिहरी जिले का एक, बिहार के 13 और उत्तर प्रदेश के छह व्यक्ति शामिल हैं.