दिल्ली में बढ़ते जल संकट (Delhi Water Crisis) के बीच निराश करने वाली तस्वीर सामने आई है, जहां लोगों को पानी के जार लोहे की जंजीरों से बांधकर रखने को मजबूर होना पड़ा है. समाचार एजेंसी ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें लोग टैंकर से पानी भरने के बाद अपने-अपने जार को चैन से बांधते दिख रहे हैं.
यमुना नदी के लगभग सूखने के साथ राष्ट्रीय राजधानी में पानी का संकट आ खड़ा हुआ है. राजधानी वासी इस भीषण गर्मी में पानी आपूर्ति की कमी का सामना कर रहे हैं. इस साल प्रचंड गर्मी और लू तलने की वजह से समस्या और गहरा गई है. इस बीच, शहर के कुछ हिस्सों में जल आपूर्ति बाधित होने की आधिकारिक चेतावनी भी दी गई है.
राजधानी के पॉश इलाके वसंत विहार के कुसुमपुर पहाड़ी इलाके में लोगों को अपने-अपने पानी के जार को पानी भरने के बाद चैन से बांधते हुए देखा गया. हालांकि इस इलाके में जल बोर्ड के टैंकर की नियमित सप्लाई है, बावजूद लोगों का कहना है कि वे सभी बोरवेल पर निर्भर हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई से एक स्थानीय भानमती ने कहा, "अगर हमारी बारी आने तक टैंकरों में पानी खत्म हो जाता है, तो झगड़ा छिड़ जाता है."
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इस बीच, वजीराबाद तालाब का स्तर इस साल अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया है. पीटीआई को एक अधिकारी ने बताया, "यमुना नदी लगभग सूख चुकी है."
दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) ने कल जानकारी दी कि उत्तर, उत्तर-पश्चिम, पश्चिम और दक्षिणी दिल्ली और दिल्ली छावनी के कुछ हिस्सों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी. इन इलाकों में स्थिति में सुधार होने तक कम दबाव में पानी उपलब्ध रहेगा.
जल बोर्ड ने एक आधिकारिक बयान में कहा है, "वजीराबाद में तालाब के स्तर में कमी और सीएलसी (कैरियर लाइनेड कैनाल) से वजीराबाद की ओर अधिकतम संभव डायवर्जन, डीएसबी (दिल्ली सब ब्रांच) और सीएलसी में प्रवाह में उतार-चढ़ाव और इंटेक हैदरपुर में सीएलसी डीएसबी में अत्यधिक फ्लोटिंग सामग्री के कारण हैदरपुर फेज-1, फेज-2, बवाना में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से साफ पानी का उत्पादन प्रभावित हुआ है."
बयान में कहा गया है, "दिल्ली जल बोर्ड पानी की आपूर्ति को युक्तिसंगत बनाने का प्रयास कर रहा है,
हालांकि स्थिति में सुधार होने तक कम दबाव पर पानी उपलब्ध रहेगा. उत्तरी दिल्ली, उत्तर पश्चिम दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, दिल्ली कैन्ट और डियर पार्क का कमांड एरिया सहित दक्षिणी दिल्ली का हिस्सा प्रभावित रहेगा."