राजस्थान के कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन के सेक्सटॉर्शन मामले में ईडी पूरे मनी ट्रेल का पता लगाएगी. सूत्रों के मुताबिक ईडी ये जानकारी जुटाएगी कि क्या आरोपियों को 5 करोड़ रुपये दिए गए थे? और अगर दिए गए थे तो ये पैसे किसके थे. ईडी सूत्रों के मुताबिक इस जांच में कई सफ़ेदपोश ईडी के शिकंजे में आ सकते हैं. ईडी राजस्थान पुलिस की ओर से दर्ज इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत पहले जांच कर रहा था.
बता दें कि ये मामला 29 नवंबर 2022 को दर्ज किया गया था. NDTV के पास इस FIR की कॉपी भी है. इस मामले के सामने आने के बाद बाड़मेर से तीन बार के कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन ने आरोप लगाया था कि उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है.
अश्लील वीडियो बनाने का है आरोप
इन सब के बीच रामस्वरूप ने अपनी शिकायत में कहा कि इन लोगों ने उसे नशीला पदार्थ पिलाकर उसकी अश्लील सीडी बनाई. सीडी सार्वजनिक करने की धमकी देकर उससे 5 करोड़ रुपए मांगे जा रहे हैं,जिसमें से उसने 50 लाख रुपए दे दिए हैं. इन लोगों ने कई बड़े और नामचीन लोगों की अश्लील सीडी बनाई हुई हैं.
भंवरराम और दयाल के खिलाफ केस दर्ज कराया
इसके बाद 2 दिसंबर 2022 को बाड़मेर में एक महिला ने भंवरराम और दयाल के खिलाफ केस दर्ज कराया. उसने बताया कि ये लोग मेरी बहन का फोटो एडिट उसे मेवाराम के साथ दिखा रहे हैं और कह रहे हैं की मेवाराम को ब्लैकमेल कर अच्छा पैसा मिल सकता है. जबकि मेरी बहन कभी मेवाराम से नहीं मिली. जिसमें हाल ही में बाड़मेर से तीन बार के कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन ने आरोप लगाया था कि उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा था.
मेवाराम जैन विधायक हैं
सूत्रों के मुताबिक हाल ही में सोशल मीडिया पर उनकी कुछ तस्वीरें सामने आने के बाद विधायक ने दावा किया है कि यह एक पुराना मामला है. प्रवर्तन निदेशालय कथित तौर पर मेवाराम जैन सीडी को देखेगी और जांच करेगी कि क्या कुछ लोग उनसे पैसे ऐंठने की कोशिश कर रहे थे. कांग्रेस ने मेवाराम जैन को बाड़मेर सीट से उम्मीदवार बनाया है, जहां उन्होंने लगातार तीन बार अपने बीजेपी प्रतिद्वंद्वी को अच्छे अंतर से हराया है. बता दें कि राजस्थान पुलिस ने इस मामले में 2 महिलाओं समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि 5 करोड़ से ज्यादा की जबरन वसूली की जा रही थी.