कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने शनिवार को महेशिंदर सिंह और उनके बेटे धरमपाल सिंह को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया. मोगा जिले में, पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष महेशिंदर और धरमपाल द्वारा एक रैली आयोजित करने के छह दिनों बाद यह कार्रवाई की गई. रैली को पार्टी के नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने संबोधित किया था.
कांग्रेस की पंजाब इकाई ने रैली के बारे में स्थानीय नेतृत्व को सूचित नहीं करने के लिए 21 जनवरी को महेशिंदर और उनके बेटे को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. साथ ही, उनसे दो दिनों में जवाब दाखिल करने को कहा था, जिसमें नाकाम रहने की स्थिति में उन्हें अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी.
कांग्रेस की मोगा प्रभारी मालविका सूद सच्चर ने रैली के बारे में स्थानीय नेताओं को सूचित नहीं करने और उनके (मालविका के) साथ चर्चा नहीं करने को लेकर एक शिकायत की थी, जिसके बाद यह नोटिस जारी किया गया था. सच्चर को 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में मोगा सीट पर शिकस्त मिली थी. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से रैली में शामिल नहीं होने के लिए भी कहा था.
कारण बताओ नोटिस जारी होने के बाद सिद्धू, महेशिंदर और उनके बेटे के समर्थन में आए थे, और ‘एक्स' पर पोस्ट किया था, ‘‘निहालसिंहवाला परिवार के साथ खड़े रहेंगे, चाहे कुछ भी हो...''
प्रदेश कांग्रेस में अंदरूनी कलह पिछले महीने उस वक्त सामने आई, जब पूर्व क्रिकेटर सिद्धू ने पार्टी की राज्य इकाई से परामर्श किए बिना रैलियां आयोजित करना शुरू कर दिया.
इस महीने की शुरुआत में, वडिंग ने इस बात पर जोर दिया था कि पार्टी के कार्यक्रम प्रदेश इकाई प्रमुखों के परामर्श से आयोजित किए जाने चाहिए.