असम की बराक घाटी में मतदान के लिए जा रहे करीब 150 यात्री शुक्रवार को एक ट्रेन का इंजन पटरी से उतर जाने के कारण बीच रास्ते में फंस गये. राजनीतिक दलों ने उन्हें तुरंत वहां से निकालकर मतदान केंद्र पहुंचाने की मांग की है ताकि वे मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के मुख्य प्रवक्ता सब्यसाची डे ने यहां बताया कि लुमडिंग मंडल के अंतर्गत जटिंगा लामपुर और न्यू हरंगाजाओ स्टेशनों के बीच एक मालगाड़ी का इंजन पटरी से उतर गया, जिसके बाद बृहस्पतिवार से कई ट्रेनें रद्द कर दी गयीं, गंतव्य से पहले यात्रा समाप्त कर दी गयी या फिर ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया.
सब्यसाची डे ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, ''बराक घाटी और अगरतला की ओर जाने वाली ट्रेनों के यात्री प्रभावित हुए हैं और वे लुमडिंग रेलवे स्टेशन पर हैं.'' प्रवक्ता ने बताया, ''लगभग 100 से 150 यात्री अभी भी लुमडिंग रेलवे स्टेशन पर हैं और बसें शीघ्र ही उन तक पहुंच रही हैं. चुनाव के कारण गुवाहाटी से बसों की व्यवस्था करनी पड़ी, जिसमें अधिक समय लगा.'' उन्होंने बताया कि पटरी साफ करने का काम जोरों पर है और शुक्रवार शाम तक इसके पूरा होने की उम्मीद है.
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस के देबब्रत सैकिया ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, ''मैं तत्काल निर्वाचन आयोग से मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह करता हूं. ट्रेन रद्द होने से सिलचर और करीमगंज में फंसे मतदाता विशेष व्यवस्था के पात्र हैं. आइए, उनके वोट देने के अधिकार को प्राथमिकता दें और सुनिश्चित करें कि इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में कोई भी पीछे न रहे.'' भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता दीवान ध्रुबा ज्योति मराल ने भी रेलवे अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि यात्री समय पर अपने गंतव्य तक पहुंचें ताकि पात्र मतदाता अपने अधिकार से वंचित न रहें.
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