पुतिन की 'क्लोन आर्मी': रूसी राष्ट्रपति क्यों करते हैं बॉडी डबल्स का इस्तेमाल

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा आज से शुरू हो रही है. इस दौरान वह 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे. यूक्रेन युद्ध के बाद उनकी यह पहली भारत यात्रा है, जिसके लिए उनकी सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • रूसी राष्ट्रपति पुतिन आज से दो दिवसीय भारत यात्रा पर हैं और भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे
  • उनकी सुरक्षा के लिए 50 से अधिक रूसी सुरक्षा अधिकारी पहले ही भारत पहुंच चुके हैं, सुरक्षा इंतजाम अभूतपूर्व हैं
  • मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुतिन जोखिम भरे कार्यक्रमों में अपने हमशक्ल यानी बॉडी डबल्स का इस्तेमाल करते हैं
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा आज से शुरू हो रही है. इस दौरान वह 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे. यूक्रेन युद्ध के बाद उनकी यह पहली भारत यात्रा है, जिसके लिए उनकी सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं. पुतिन की सुरक्षा के लिए 50 से अधिक रूसी सुरक्षा अफसर पहले ही भारत पहुंच चुके हैं. इस दौरे के बीच, पुतिन से जुड़ा एक पुराना और दिलचस्प विषय फिर से चर्चा में है. उनके बॉडी डबल्स का इस्तेमाल.

बॉडी डबल्स की चर्चा क्या है?

कई वर्षों से यह चर्चा बनी हुई है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन सार्वजनिक कार्यक्रमों और विशेष रूप से जोखिम भरे माने जाने वाले दौरों पर अपने बॉडी डबल्स का इस्तेमाल करते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स और अटकलों के अनुसार, माना जाता है कि जिन स्थानों या आयोजनों में पुतिन की जान को खतरा हो सकता है, वहां उनकी जगह उनके हमशक्ल या बॉडी डबल्स भेजे जाते हैं.

रिपोर्ट्स में दावा किया जाता है कि पुतिन अपनी विदेश यात्राओं पर कम से कम तीन बॉडी डबल्स को अपने साथ रखते हैं. इन डबल्स को कथित तौर पर प्लास्टिक सर्जरी के माध्यम से पुतिन जैसा दिखने वाला बनाया जाता है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स तो इन डबल्स को ही पुतिन की 'क्लोन आर्मी' कहकर संबोधित करती हैं, हालांकि ये क्लोन नहीं, बल्कि मानव हमशक्ल होते हैं.

यूक्रेन का दावा
यूक्रेन के मेजर जनरल किरिल बुडानोव ने सार्वजनिक रूप से दावा किया था कि पुतिन कई मौकों पर बॉडी डबल्स का इस्तेमाल करते हैं. बुडानोव और अन्य जानकारों ने पुतिन के कथित बॉडी डबल्स की पहचान करने के लिए उनके कानों की बनावट, चेहरे के हाव-भाव, कद-काठी और चलने के तरीके में अंतर की ओर इशारा किया है.

क्रेमलिन और पुतिन का खंडन

हालांकि यह विषय अक्सर चर्चा में रहता है, लेकिन रूसी नेतृत्व ने इन दावों को पूरी तरह खारिज कर दिया है. पुतिन ने खुद 2020 में एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें सुरक्षा कारणों से बॉडी डबल्स का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई थी, लेकिन उन्होंने इस विचार को अस्वीकार कर दिया था और उनका कोई बॉडी डबल नहीं है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने भी बॉडी डबल्स की खबरों को सिरे से गलत और निराधार बताया है.

Featured Video Of The Day
Syed Suhail | Bharat Ki Baat Batata Hoon: Putin India Visit से Trump को टेंशन? | India Russia | US