सऊदी अरब जाने वाले 22 यात्रियों के वीजा फर्जी निकले, एजेंट गिरफ्तार

बीओआई (Bureau of Immigration) की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके आधार पर एजेंट के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और एजेंट गिरफ्तार कर लिया गया है.

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सभी वीजा पर एक ही व्यक्ति का वीजा नंबर और QR कोड पाया गया.
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  • सऊदी अरब के लिए उमरा यात्रा पर जाने वाले कुल 22 यात्रियों के वीजा फर्जी पाए गए हैं.
  • सभी वीजा पर अलग-अलग यात्रियों के नाम और फोटो होने के बावजूद एक ही व्यक्ति का वीजा नंबर और QR कोड था.
  • अधिकांश यात्री ग्रामीण क्षेत्रों से थे और उन्हें फर्जीवाड़े की जानकारी नहीं थी.
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मुंबई:

सऊदी अरब के लिए उमरा यात्रा पर जाने वाले कुल 22 यात्रियों के वीजा फर्जी पाए गए हैं. यह सभी वीजा Al-IJMA टूर्स एंड ट्रैवल्स नामक कंपनी द्वारा दिए गए थे. यह चौंकाने वाला मामला तब सामने आया जब 21 तारीख की रात एक बजे एक यात्री संबंधित वीजा लेकर काउंटर पर पहुंचा. उमराह वीजा की जांच के दौरान पाया गया कि वीजा नंबर गलत सीरीज़ के हैं. जब सभी 22 वीजा की छानबीन की गई तो हर वीजा पर अलग-अलग यात्रियों के नाम और फोटो होने के बावजूद, सभी पर एक ही व्यक्ति का वीजा नंबर और QR कोड पाया गया.

एक ही वीजा अलग-अलग यात्रियों को दिया गया

जांच के लिए visa.mofa.gov.sa वेबसाइट पर QR कोड स्कैन किया गया तो हर बार एक ही व्यक्ति की जानकारी सामने आ रही थी. इसके अलावा, कई पासपोर्ट्स पर दूसरे लोगों के फोटो चिपकाकर PDF फाइल बनाई गई थी. इससे यह स्पष्ट हुआ कि वीजा पूरी तरह से फर्जी हैं और एक ही वीजा की कई कॉपी तैयार कर अलग-अलग यात्रियों को दी गईं.

घटना का खुलासा होते ही संबंधित यात्रियों को सहार पुलिस स्टेशन ले जाया गया. पुलिस जांच में यह सामने आया कि अधिकतर यात्री ग्रामीण क्षेत्रों से थे और उन्हें इस फर्जीवाड़े की कोई जानकारी नहीं थी. सभी ने एजेंट को पूरे पैसे दिए थे और पूरी प्रक्रिया पर विश्वास किया था.

बीओआई (Bureau of Immigration) की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके आधार पर एजेंट के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और एजेंट गिरफ्तार कर लिया गया है. अब एजेंट से पूछताछ जारी है कि इस पूरे फर्जीवाड़े के पीछे और कौन-कौन लोग शामिल है.

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