बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन के दौरान हुई हिंसा को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनावों में जिस प्रकार के दृश्य दिखाई दे रहे हैं, हिंसा का जो तांडव दिखाई पड़ रहा है, यह कष्टकारक है. इससे भी अधिक दुखद है, वहां की सरकार की असंवेदनशीलता. हमारे कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमले हुए हैं.
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार और पुलिस जिस प्रकार से बर्ताव कर रही है वो भारत के लोकतांत्रिक और चुनावी इतिहास में एक बहुत ही काला अध्याय है. उन्होंने कहा कि बंगाल में 341 ब्लॉक हैं. आखिरी दिन यहां, 4 घंटे के अंदर 40 हजार से अधिक लोगों ने नामांकन किया है, वो भी 340 ब्लॉक में... यानी एक व्यक्ति के नामांकन का समय औसतन 2 मिनट आता है. इस गति से हुए नामांकन दर्शाते हैं कि स्थानीय सरकार किस तरह से व्यवस्था को अपने हाथ में लिए हुए है. क्या यह लोकतंत्र का उपहास नहीं है?
पहले कम्युनिस्ट सरकार खेलती थी इस तरह का खेल- सुधांशु त्रिवेदी
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि मैं TMC को यह कहना चाहता हूं कि यह हिंसा का जो खेल आप खेल रहे हैं, ऐसा ही कम्युनिस्ट सरकार करती थी. आज आप उनका हाल देख लीजिए. उन्होंने कहा कि अटल जी की लिखी पंक्तियां हैं कि - चिंगारी का खेल बुरा होता है, औरों के घर में आग लगाने का सपना... अपने घर में ही अक्सर खरा होता है.
बंगाल में देश के विरुद्ध शक्तियां खड़ी हो रही हैं- बीजेपी
बीजेपी सांसद ने कहा कि मैं समस्त विपक्षी दलों से पूछना चाहता हूं- लोकतंत्र का हिंसा से घायल स्वरूप आज जो पश्चिम बंगाल में दिख रहा है. जो मां, माटी, मानुस की बात करती थीं. आज वहां भारत मां के विरुद्ध शक्तियां खड़ी हो रही हैं, माटी खून से सनी है और मनुष्यता पूरी तरह से व्यथित और कलंकित नजर आ रही है. उसको देख कर भी, किसी विपक्षी दल को कोई समस्या नजर नहीं आ रही है.
उन्होंने कहा कि भद्र लोक के विमर्श के लिए विख्यात वो भूमि आज हिंसा का तांडव देख रही है. उससे भी दुखद है सरकार की असंवेदनशीलता, बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर जिस प्रकार की हिंसक और प्राणघातक हमले हुए हैं. 25 से 30 घटनाओं की सूची हमारे पास है. जिसमें हमारे कार्यकर्ता घायल हुए हैं.