विनय मोहन क्वात्रा (Vinay Mohan Kwatra) भारत के नए विदेश सचिव (Foreign Secretary) होंगे, क्वात्रा अभी नेपाल में भारतीय राजदूत के पद पर कार्यरत हैं. अभी विदेश सचिव पद पर हर्षवर्धन शृंगला कार्यरत हैं. विनय मोहन ऐसे वक्त विदेश सचिव की अहम जिम्मेदारी संभालेंगे, जब यूक्रेन युद्ध को लेकर वैश्विक स्तर पर चुनौतियां बनी हुई हैं.श्रृंगला इस महीने के अंत में विदेश सचिव पद से सेवानिवृत्त होने वाले हैं. क्वात्रा का विदेश सेवा में 32 साल से अधिक का कार्यकाल अब तक रहा है. उन्होंने फ्रांस के राजदूत समेत कई प्रमुख पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं. वो वाशिंगटन डीसी, जिनेवा, बीजिंग, दक्षिण अफ्रीका के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं.
रूस, अमेरिका, चीन और अन्य देशों के साथ भारत के संबंधों में संतुलन के साथ भारत के राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाने की बड़ी जिम्मेदारी है. यूक्रेन पर रूस का हमला कम जरूर हुआ है, लेकिन यह पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. इस बीच अमेरिका की ओर से भारत पर दबाव है कि वो रूस से तेल-गैस की खरीद न बढ़ाए और प्रतिबंधों को लागू करने में मदद करे. हालांकि भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वो अपने राष्ट्रीय हितों के आधार पर ही फैसले लेगा. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव हाल ही में भारत आए थे और उन्होने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ पीएम नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी.
यह महज संयोग ही है कि मौजूदा समय में भारत के विदेश मंत्री के तौर पर कार्यरत एस. जयशंकर भी पहले विदेश सेवा में रहे हैं. वो भी विदेश सचिव रहे हैं. उसके अलावा चीन समेत कई देशों में राजदूत भी रहे हैं. विदेश सचिव को बेहद जिम्मेदारी भरा पद माना जाता है.