- विजय की पार्टी TVK ने करूर में हुई भगदड़ के बाद अपने राज्यव्यापी दौरे को दो हफ्तों के लिए स्थगित किया
- करूर भगदड़ में 41 लोगों की मौत हुई जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, भीड़ सुरक्षा क्षमता से अधिक थी
- विजय ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात नहीं की है लेकिन हर परिवार को 20 लाख रुपये की राहत राशि देने की घोषणा की
एक्टर और राजनेता विजय की पार्टी टीवीके ने तमिलनाडु के करूर में हुई भगदड़ में 41 लोगों की मौत और भारी आक्रोश के बाद, हो हफ्तों के लिए अपना राज्यव्यापी दौरा स्थगित कर दिया है. टीवीके ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल के जरिए घोषणा की है कि वो विजय के दौरे को स्थगित कर रहे हैं.
टीवीके ने अपनी पोस्ट में लिखा, "ऐसी स्थिति में जब हम अपने प्रियजनों की मृत्यु के दुःख और पीड़ा में हैं, हमारे पार्टी नेता का अगले दो हफ्तों का जनसभा कार्यक्रम अस्थायी रूप से स्थगित किया जा रहा है. इन जनसभाओं से संबंधित नई जानकारी बाद में घोषित की जाएगी."
बता दें कि विजय ने अभी तक पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात नहीं की है लेकिन उन्होंने सभी परिवारों के लिए 20 लाख रुपये की राहत राशि की घोषणा की है. बीते दिन के एक वीडियो में विजय ने कहा कि वह जल्द ही पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात करेंगे. भगदड़ ने पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता में भी भय का माहौल पैदा कर दिया है. पुलिस भी आयोजन स्थलों की बारीकी से जांच करेगी, और जनता का विश्वास बहाल करने के लिए दोनों पक्षों को बहुत कुछ करने की जरूरत है.
51 वर्षीय एक्टर रविवार को अपनी रैली में मची भगदड़ में 41 लोगों की मौत के बाद आलोचनाओं के घेरे में आ गए हैं. बता दें कि मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. राज्य पुलिस का कहना है कि लगभग 10 हजार लोगों की क्षमता वेल कार्यक्रम स्थल पर लगभग 30 हजार लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई थी. पुलिस ने कहा कि सुरक्षा दिशानिर्देशों के उल्लंघन किया गया और भोजन व पेयजल की भी उचित व्यवस्था नहीं थी, जिस वजह से यह त्रासदी हुई. यह भी बताया गया कि लोग दोपहर के आसपास कार्यक्रम स्थल पर जमा हुए थे, लेकिन विजय शाम 7 बजे ही पहुंचे थे.
टीवीके के नेताओं ने इन आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि उन्होंने पहले भी कई बड़ी रैलियां की हैं, जिनमें कोई घटना नहीं हुई. टीवीके ने डीएमके के स्थानीय नेताओं पर साजिश रचने का भी आरोप लगाया है, जिसे राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने खारिज कर दिया है.
मंगलवार को विजय ने एक भावुक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था, "मैंने कभी इस तरह की दर्दनाक स्थिति नहीं देखी". यह बताते हुए कि वह उस हादसे के बाद से करूर में क्यों नहीं गए हैं, उन्होंने कहा, "मैं करूर इसलिए नहीं गया क्योंकि वहां जानें से कहीं दोबारा इस तरह की परिस्थिति न बन जाए लेकिन मैं जल्द ही पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात करूंगा."
एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके सरकार को मैसेज देते हुए उन्होंने कहा, "सीएम सर, अगर आपके मन में बदला लेने का विचार है, तो आप मेरे साथ कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन पार्टी के लोगों को नहीं छू सकते."