भारी बारिश के चलते तूफ़ानी गति से बह रहे पानी में लोहे के बने बड़े-बड़े पुल तक बह गए, और कारें, ट्रक और बसें काग़ज़ की नावों की तरह बहती नज़र आईं. ऐसी तस्वीरों से साफ़ अंदाज़ा हो रहा है उस भयावह तबाही का, जो हिमाचल प्रदेश झेल रहा है. दरअसल, मॉनसून के इस प्रचंड रूप से इस समय समूचे उत्तर भारत में हिमाचल ही सबसे ज़्यादा प्रभावित है.
ऐसा ही एक डरावना वीडियो सामने आया है, मनाली से, जहां राज्य सड़क परिवहन निगम की एक विशाल बस बारिश के बहते पानी में समा गई और कुछ ही सेकंड में नज़रों से ओझल हो गई. अगर बाढ़ के चलते बहती यह बस किसी रिहायशी इलाके में घुसकर कहीं टकरा जाए, तो संभावित नुकसान की कल्पना करना भी रोंगटे खड़े कर देता है.
पिछले 72 घंटे से लगातार हो रही बारिश के चलते पहाड़ी राज्य हिमाचल में अब तक 14 लोग जान गंवा चुके हैं. अभी और बारिश की आशंका है, तथा राज्य सरकार ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है.
हिमाचल प्रदेश में सड़क संपर्क भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. राज्य यातायात पुलिस के अनुसार, भूस्खलन के चलते मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया है. राज्य सरकार फंसे हुए लोगों को बचाने की कोशिश कर रही है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से अगले 24 घंटे तक घरों में ही रहने की अपील की है.
एक वीडियो संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा, "मैं सूबे के सभी निवासियों से अनुरोध करना चाहता हूं कि कृपया अगले 24 घंटे तक घर पर ही रहें, क्योंकि बहुत भारी बारिश की आशंका है... हमने तीन हेल्पलाइन शुरू की हैं - 1100, 1070, 1077... आप आपदा में फंसे किसी शख्स के बारे में जानकारी देने के लिए इन नंबरों पर कॉल कर सकते हैं... मैं आपकी मदद के लिए चौबीसों घंटे उपलब्ध हूं...''