दिल्ली के जहांगीरपुरी (Jahangirpuri) हिंसा के एक सप्ताह बाद रविवार को हिंदु मुसलमानों (Hindu- Muslim) ने शांति और सौहार्द का संदेश देते हुए तिरंगा यात्रा (Tiranga Yatra) निकाली. दोनों समुदायों के लोगों ने मिलकर अमन कायम करने की कोशिश में जहांगीरपुरी के सी-ब्लॉक में यह यात्रा निकाली. इस यात्रा में स्थानीय लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इलाके में सुरक्षा के लिए तैनात दिल्ली पुलिस की मदद से यह यात्रा निकाली गई. यहां दोनों समुदायों के करीब 50 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई थी.
यात्रा में शामिल लोगों ने तिरंगा लहराते हुए ‘भारत माता की जय' और ‘वंदे मातरम' जैसे नारे लगाए. सी-ब्लॉक के कई निवासी सड़कों के किनारे खड़े रहे, जबकि अन्य ने अपनी खिड़कियों और बालकनी से रैली देखी. दर्शकों ने भी तिरंगा लहराया और रैली में शामिल लोगों पर पुष्पवर्षा की.
उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली की पुलिस उपायुक्त ऊषा रंगनानी ने कहा, ‘‘इस रैली ने सौहार्द और शांति का संदेश दिया. दोनों समुदायों के सदस्यों ने दिखाया कि तिरंगा सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने संदेश दिया है कि देश सबसे पहले आता है.''तिरंगा यात्रा कुशल चौक से शुरू होकर पूरे सी-ब्लॉक का चक्कर लगाने के बाद कुशल चौक पर ही समाप्त हुई.
गौरतलब है, शनिवार को इसी जगह पर हनुमान जयंती के दौरान हुई हिंसा में महौल खराब हो गया था.उसके बाद रही सही कसर इलाके में हुई अतिक्रमण अभियान ने पूरी कर दी थी. बाद में हालात नियंत्रण करने के लिए पुलिस के साथ सेना के जावनों को यहा तैनात किया गया. हफ्ते भर की मशक्कत के बाद शुक्रवार को यहा दोनों समुदायों ने अमन समिति की बैठक की. जिसके बाद अमन - शांति बनाये रखने के उपदेश से यहां तिरंगा यात्रा निकले जाने का फैसला लिया गया.