पिछले महीने किसानों के ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा से जुड़े मामले में नाम आने के बाद, पंजाब से आए एक पूर्व गैंगस्टर का नाम अब बठिंडा में एक रैली के रूप में सामने आया है. दिल्ली पुलिस के अनुसार लखबीर सिंह उर्फ लक्खा सिधाना ने ही (26 जनवरी) गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसक प्रदर्शन करने के लिए प्रदर्शनकारियों को उकसाने का काम किया था. उस दौरान लाल किले सहित दिल्ली में अन्य जगहों पर सैकड़ों प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए थे. अब फिर से लक्खा सिधाना ने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट करके किसानों के आंदोलन के पक्ष में एक जनसभा बुलाई है. ये जनसभा लक्खा सिधाना ने 23 फरवरी को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के पैतृक गांव बठिंडा के मेहराज में बुलाई है. जिसमें उसने लोगों से अपील की है कि बड़ी संख्या में लोग उसके कार्यक्रम में शामिल हों.
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सिधाना ने वीडियो में कहा, ‘‘ हम पिछले सात माह से प्रदर्शन कर रहे हैं अब यह प्रदर्शन अपने चरम पर है और इस संबंध में हम 23 फरवरी को बठिंडा जिले के मेहराज गांव में बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं.” उसने कहा, ‘‘मैं पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में रहने वाले सभी पंजाबियों से अपील करता हूं कि वे लाखों की संख्या में इसमें शामिल हो ताकि केन्द्र सरकार को पता चल सके कि युवा हताश नहीं है, टूटा नहीं है बल्कि तैयार है और अपनी अंतिम सांस तक हम उनके लिए लड़ेंगे.'' आपको बता दें कि, दिल्ली पुलिस ने पंजाब के गैंगस्टर लखबीर सिंह लक्खा उर्फ लक्खा सिधाना पर 1 लाख रुपये इनाम की घोषणा की है. पुलिस को उसकी सूचना देने वाले को यह रकम दी जाएगी.
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कौन है लक्खा सिधाना?
दिल्ली में लाल किला हिंसा का मास्टरमाइंड और पूर्व गैंगस्टर लक्खा सिधाना पर पंजाब में जमीन हड़पने और हत्या सहित कम से कम 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं. वह कई बार जेल भी जा चुका है. ग्राम मेहराज, रामपुरा फूल विधानसभा क्षेत्र का एक हिस्सा है, जहां से लखबीर सिंह लक्खा उर्फ लक्खा सिधाना ने 2012 में पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब के उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ा था. इस पार्टी का गठन राज्य के वित्त मंत्री और बठिंडा के विधायक मनप्रीत सिंह बादल ने किया था और बाद में उसका विलय कांग्रेस में हो गया था.
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