नई दिल्ली: राजस्थान के प्रवेश परीक्षा कोचिंग हब कोटा में आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं से निपटने के लिए एक असामान्य समाधान का सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा मजाक उड़ाया जा रहा है. लोग सोशल मीडिया पर कमेंट कर अलग-अलग रिएक्शन दे रहे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक छात्रों के बीच आत्महत्या के मामलों को कम करने के लिए कोटा में सभी हॉस्टल और पेइंग गेस्ट (पीजी) आवासों में स्प्रिंग-लोडेड पंखे लगाए जा रहे हैं.
इस साल अब तक 20 छात्र कर चुके हैं सुसाइड
कोटा में इस साल अब तक 20 छात्रों की आत्महत्या से मौत हो चुकी है. सबसे हालिया घटना में, एक 18 वर्षीय छात्र को मंगलवार रात शहर में एक किराए के मकान में फंदे से लटका हुआ पाया गया. इस महीने कोटा में यह चौथी छात्र आत्महत्या है. इस महीने की शुरुआत में आईआईटी-जेईई के दो अभ्यर्थियों और एनईईटी-यूजी के एक अभ्यर्थी समेत तीन अन्य कोचिंग छात्रों की मृत्यु हो गई.
कोटा प्रशासन ने जताई चिंता
पिछले साल कोचिंग हब में छात्रों द्वारा आत्महत्या के कम से कम 15 मामले सामने आए थे. कोटा प्रशासन ने जिले में छात्र आत्महत्याओं की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त की है. बढ़ती मौतों पर उच्च न्यायालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों के बाद, जिला प्रशासन ने कोटा में छात्रों के मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन और उन्हें आवश्यक परामर्श प्रदान करने के लिए कहा था.
ये भी पढ़ें- बिहार में पत्रकार की गोली मारकर हत्या; CM नीतीश ने जताई चिंता, विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
ये भी पढ़ें- चारा घोटाला मामले में लालू यादव की जमानत को CBI ने सुप्रीम कोर्ट में दी चुनौती
हेल्पलाइन | |
---|---|
वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्थ | 9999666555 या help@vandrevalafoundation.com |
TISS iCall | 022-25521111 (सोमवार से शनिवार तक उपलब्ध - सुबह 8:00 बजे से रात 10:00 बजे तक) |
(अगर आपको सहारे की ज़रूरत है या आप किसी ऐसे शख्स को जानते हैं, जिसे मदद की दरकार है, तो कृपया अपने नज़दीकी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के पास जाएं) |