पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को झाड़ग्राम में अचानक सड़क किनारे एक दुकान पर अपना काफिला रोका और लोगों को पकौड़े परोसने लगीं. वीडियो में दिख रहा है कि एक दुकान पर खड़ी होकर ममता बनर्जी अखबार के टुकड़ों पर पकौड़े रखकर अपने कार्यकर्ताओं और सुरक्षाकर्मियों को दे रही हैं. ममता बनर्जी की कुछ दिन पहले भी एक ऐसी ही तस्वीर सामने आयी थी, जहां वो सड़क किनारे दुकान पर रुककर चाय बनाने लगी थीं.
दरअसल सीएम ममता बनर्जी झारग्राम में एक आदिवासी आउटरीच कार्यक्रम में भाग गई थीं. जहां उन्होंने पश्चिम बंगाल के बकाए पैसे को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने दावा किया कि जीएसटी और विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के तहत बंगाल का बकाया पैसा रोका जा रहा है. उन्होंने कहा कि 100 दिन की रोजगार गारंटी योजना निधि अनिवार्य है. इसको लेकर एक साल पहले मैं पीएम से भी मिली, क्या अब मुझे उनके चरणों में गिरकर भीख मांगनी होगी?
बीजेपी पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा, "क्या हम लोकतंत्र में रह रहे हैं? या भारत 'एक पार्टी' वाला देश बन गया है?"
स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा, "हमें हमारा बकाया दो. यह हमारा पैसा है, अन्यथा, जीएसटी को खत्म करो. आपको हमें 100 दिन के रोजगार योजना के लिए हमारे बकाये का भुगतान करना होगा या फिर अपनी कुर्सी छोड़ दो."
मुख्यमंत्री ने कहा, "वे बंगाल को फंड रोकने की धमकी देते हैं. हम जीएसटी को भी रोक सकते हैं." बनर्जी ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा, "आप यहां टैक्स जमा नहीं कर सकते और हमारे वैध बकाया को रोक नहीं सकते. आप बंगाल के लोगों को उनका हक नहीं दे रहे हैं."
झारग्राम के कार्यक्रम में श्रोताओं को संबोधित करती हुई उन्होंने आदिवासियों से आग्रह किया कि अगर उनके जायज दावों को खारिज किया जाता है और उनका बकाया रोका जाता है, तो वे सड़कों पर उतरें और धरने पर बैठें.