उत्तर प्रदेश के रायबरेली में 98 साल के बुजुर्ग को जिला प्रशासन की ओर से इस बड़ी उम्र में भी 'आत्मनिर्भर' रहने के लिए सम्मानित किया है. राजधानी लखनऊ से 79 किमी दूर रायबरेली जिले के विजय पाल सिंह अपने गांव की सड़कों पर चने या उबले हुए मटर बेचते हैं. वायरल हुए वीडियो में विजय पाल सड़क के किनारे एक टेबल या प्लेटफॉर्म पर चना बनाने की तैयारी करते नजर आ रहे हैं. साथ में वे वीडियो बनाने वाले शख्स से बात भी कर रहे हैं. विजय पाल कहते हैं-परिवार बड़ा है. परिवार के बारे में पूछने पर वे अपने काम में व्यस्त हो जाते हैं, वे अखबार के टुकड़े पर रखे हुए चने में नींबू का रस निचोड़ने लगते हैं. यह पूछने पर कि वे इस बड़ी उम्र में क्यों परेशान हो रहे हैं, सिंह का जवाब था कि वे घर में बैठना नहीं चाहते क्योंकि इससे वे खुद को कमजोर महसूस करते हैं.
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वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद 98 साल के विजय पाल सिंह का दूसरों पर निर्भर नहीं रहने का जज्बा जिला अधिकारियों को पसंद आ गया. गुरुवार को उन्हें जिला मजिस्ट्रेट ऑफिस में बुलाया और 11 हजार रुपये की नकद राशि भेज की गई. जिला मजिस्ट्रेट वैभव श्रीवास्तव की ओर से विजय पाल को चलने के लिए छड़ी, शॉल और रायबरेली एक सर्टिफिकेट भी भेंट किया गया. अधिकारियों के अनुसार, सरकार की योजना के तहत इस बुजुर्ग शख्स के पास घर है.
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जिला मजिस्ट्रेट वैभव श्रीवास्तव ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'वायरल होने बाद मुख्यमंत्री का भी इस वीडियो ने ध्यान आकर्षित किया. हमने उसे राशन कार्ड दिया है. टॉयलेट निर्माण के लिए धनराशि भी दी गई है. जब भी 'बाबा' को जरूरत होगी, प्रशासन उनका सहयोग करेगा. सोशल मीडिया ने जिस तरह से इन बुजुर्ग की कहानी लोगों तक पहुंचाई, यह मुझे पसंद आया है. बाबा ने हमें बताया है कि वे किसी मजबूरी के कारण यह काम नहीं कर रहे बल्कि वे आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं.' (ANI से भी इनपुट)