बांग्‍लादेश जैसा घटनाक्रम भारत में होने का साजिशन नैरेटिव चला रहे कुछ लोग : उपराष्‍ट्रपति धनखड़

उपराष्‍ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जोधपुर में कहा कि देश विरोधी ताकतें वैधता प्राप्त करने के लिए संवैधानिक संस्थानों को प्लेटफार्म बना रही हैं और देश तोड़ने को तत्पर हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
जोधपुर:

देश के उपराष्‍ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने कहा है कि देश में कुछ लोग साजिश के तहत ऐसा नैरेटिव चला रहे हैं कि पड़ोसी देश (बांग्‍लादेश) में हाल ही में जैसा घटनाक्रम हुआ है, भारत में भी वैसा ही घटित होगा. धनखड़ ने ऐसे लोगों से सावधान रहने की अपील की है. उपराष्ट्रपति ने कहा कि ये लोग अपने जीवन में उच्च पदों पर रहे हैं, देश की संसद के सदस्य रहे हैं, मंत्री रहे हैं और उनमें से एक को विदेश सेवा का लंबा अनुभव है. ऐसे जिम्मेदार पदों पर रहे लोग ऐसा मिथ्या प्रचार कैसे कर सकते हैं. उपराष्‍ट्रपति राजस्थान हाई कोर्ट की प्लेटिनम जुबली के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे. 

उपराष्ट्रपति ने कहा कि ऐसी राष्ट्र विरोधी ताकतें वैधता प्राप्त करने के लिए संवैधानिक संस्थानों को प्लेटफार्म बना रही हैं और देश तोड़ने को तत्पर हैं. उन्‍होंने कहा कि देशहित सर्वोपरि है और इससे समझौता नहीं किया जा सकता. 

सलमान खुर्शीद के बयान पर खड़े हो रहे सवाल 

कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने मंगलवार को एक पुस्तक के विमोचन समारोह में कहा था कि हालांकि 'सतह पर सब कुछ सामान्य लग सकता है', लेकिन बांग्लादेश में जो हो रहा है वह भारत में भी हो सकता है. इस समारोह के दौरान कांग्रेस नेता शशि थरूर भी मौजूद थे. उन्‍होंने बुधवार को कहा था कि वह यह नहीं बता सकते हैं कि सलमान खुर्शीद का क्‍या मतलब है, लेकिन बांग्लादेश ने जो बड़ा संदेश दिया है वह लोकतंत्र के साथ ही स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के महत्व को लेकर है. 

Advertisement

बता दें कि बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने छात्रों के विरोध प्रदर्शनों के बाद इस्‍तीफा दे दिया था और उसके बाद हेलीकॉप्टर से दिल्‍ली आ गई थीं. 

Advertisement

युवाओं को आपातकाल के बारे में बताने का आह्वान 

इसके साथ ही उपराष्‍ट्रपति ने देश में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत करने में न्यायपालिका की भूमिका की सराहना की. साथ ही कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में केवल एक समय ऐसा आया जब आपातकाल के दौरान न्यायपालिका इंदिरा गांधी की तानाशाही के आगे झुक गई और आजादी एक व्यक्ति की बंधक बन कर रह गई. उन्‍होंने कहा कि यदि इमरजेंसी नहीं लगती तो भारत दशकों पहले ही विकास की नई ऊंचाईयों को छू लेता. 

Advertisement

उन्होंने आगे कहा कि नई पीढ़ी को आपातकाल के काले दौर की जानकारी बहुत कम है. उन्होंने युवाओं को आपातकाल के बारे में बताने का आह्वान किया. 

Advertisement

संविधान हत्‍या दिवस मनाने के फैसले को सराहा 

साथ ही 25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाने की घोषणा की सराहना की और कहा कि यह दिन देशवासियों को आगाह करेगा कि किस तरह 1975 में संविधान पर कुठाराघात किया गया और उसकी मूल भावना को कुचला गया. इस दौरान उन्‍होंने राजस्थान हाई कोर्ट में बिताए अपने दिनों को भी याद किया. 

ये भी पढ़ें :

* उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को हटाने की तैयारी में विपक्ष? जानिए संविधान में ऐसा करने के क्या हैं नियम
* अमिताभ बच्चन की पत्नी होना जया के लिए गौरव की बात, ऐसी आपत्ति उन्हें क्यों : संजय निरुपम
* PM मोदी के बगल में ओम बिरला, राहुल गांधी के सामने बैठे दिखे अमित शाह, संसद भवन में हुई 'चाय पर चर्चा'

Featured Video Of The Day
Top Headlines: BSF Soldiers Returns From Pakistan | Operation Sindoor |PM Modi | India Pakistan News
Topics mentioned in this article