उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को धर्मगुरुओं से लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित करने की अपील की. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर उन्हें भ्रम दूर करने और जागरूकता फैलाने में योगदान देना चाहिए. धनखड़ ने कहा कि अंगदान के मुद्दे पर हर मीडियाकर्मी किसी भी तरह की गलतफहमी को दूर करने में मदद कर सकता है. ‘दधीचि देहदान समिति' द्वारा आयोजित अंगदान के लिए राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत के मौके पर एक सभा को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने अंगदान को एक ‘संवेदनशील मुद्दा' बताया.
उन्होंने कहा कि अंगदान करने का निर्णय एक संवेदनशील और व्यक्तिगत मामला है जो लोगों की धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा है. उन्होंने कहा कि लोगों को प्रेरित करने में धर्मगुरुओं की अहम भूमिका होती है. उन्होंने धर्मगुरुओं से इस मुद्दे पर लोगों के भ्रम दूर करने और जागरूकता फैलाने में योगदान करने की अपील की. उन्होंने कहा कि इस मिशन में मीडिया और सोशल मीडिया की व्यापक भूमिका है. इस मौके पर ‘‘सकारत्मकता से संकल्प विजय का'' नामक एक पुस्तक का विमोचन किया गया और पहली प्रति उपराष्ट्रपति को भेंट की गई. इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी मौजूद थे.