वसंत विहार हादसा: 24 घंटे बाद मलबे से निकाले गए 3 मजदूरों के शव, बारिश के कारण ढही थी दीवार

एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल), डीडीएमए (दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण), विभिन्न नगर निकाय एजेंसी, अग्निशमन और पुलिस के बचाव दल ने मौके पर पहुंचकर शव को निकालना का काम शुरू किया था.

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दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के वसंत विहार में भारी बारिश के कारण गिरी थी दीवार.
नई दिल्ली:

वसंत विहार इलाके में एक निर्माण स्थल पर गिरी दीवार के मलबे में दबे तीन मजदूरों के शव आज निकल लिए गए हैं. दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) को दीवार गिरने की सूचना शुक्रवार सुबह मिली थी. जिसके 24 घंटे बाद मलबे में दबे तीन शवों को आज निकाला गया. मलबे को हटाने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया गया और पंप की मदद से पानी निकाला गया. जब जाकर मजदूरों के शव को बाहर निकाल गया.

दिल्ली फायर विभाग के चीफ फायर ऑफिसर अतुल गर्ग ने बताया कि 28 जून की सुबह करीब 6 बजे के आसपास वसंत विहार इलाके से एक मकान के गिरने की कॉल फायर विभाग को मिली थी. जिसके बाद मौके पर फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियों को रवाना किया गया.

गौरतलब है कि बारिश की वजह से पूरी दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव से लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली में शुक्रवार को मानसून के पहले दिन लगातार तीन घंटे तक बारिश हुई जो पिछले 88 सालों में इस महीने हुई सर्वाधिक वर्षा है. बारिश से जुड़े हादसों में राष्ट्रीय राजधानी में पांच लोगों की मौत हो गई. बारिश के कारण राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्से जलमग्न हो गए.

कैब चालक की हुई मौत

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 की छत का एक हिस्सा वहां खड़ी कारों पर गिर पड़ा, जिससे एक कैब चालक की मौत हो गई और छह अन्य लोग घायल हो गए. इस हादसे के बाद विमानों का परिचालन स्थगित करना पड़ा. वहीं रोहिणी के प्रेम नगर इलाके में 39 वर्षीय व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई, वहीं न्यू उस्मानपुर इलाके में बारिश के पानी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई.

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