"वंदे भारत ट्रेनें लेकिन कोई सुविधाएं नहीं": करंट लगने से बेटी की मौत पर पिता ने रेलवे पर लगाए आरोप

मृतका की पहचान ईस्ट दिल्ली में प्रीत विहार की रहने वाली साक्षी आहूजा के तौर पर हुई है. साक्षी के पिता लोकेश कुमार ने NDTV से खास बातचीत में बताया कि परिवार 40 मिनट के बाद ही स्टेशन छोड़ सका. अस्पताल ले जाते समय उनकी बेटी की मौत हो गई थी.

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पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार में रहने वाली शिक्षिका साक्षी आहूजा शनिवार रात अपने पति के साथ कहीं जाने के लिए ट्रेन पकड़ने रेलवे स्टेशन आई थी.
नई दिल्ली:

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर करंट लगने से एक महिला की रविवार को मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि रेलवे स्टेशन के बाहर जलभराव हो गया था, महिला ने पानी में जाने से बचने के लिए बिजली का पोल पकड़ लिया था. इसका तार निकला था और इससे वह करंट की चपेट में आ गई. महिला को करंट लगने के बाद कोई शुरुआती इलाज नहीं मिला, क्योंकि मौके पर कोई एंबुलेंस नहीं थी. डॉक्टर या पुलिस भी नहीं थे. मृतका की पहचान ईस्ट दिल्ली में प्रीत विहार की रहने वाली साक्षी आहूजा के तौर पर हुई है. साक्षी के पिता लोकेश कुमार ने NDTV से खास बातचीत में बताया कि परिवार 40 मिनट के बाद ही स्टेशन छोड़ सका. अस्पताल ले जाते समय उनकी बेटी की मौत हो गई थी.

साक्षी आहूजा के पिता लोकेश कुमार चोपड़ा ने घटना के बारे में बताया. लोकेश कुमार ने कहा कि हम रेलवे की नवीनतम अत्याधुनिक ट्रेन वंदे भारत से चंडीगढ़ जा रहे थे. जब मुझे सूचना मिली कि मेरी बेटी साक्षी आहूजा की करंट लगने से मौत हो गई है, तब मैं पार्किंग एरिया में था. ये संबंधित अधिकारी की लापरवाही के कारण हुआ है.

उन्होंने कहा, "रेलवे अधिकारियों ने हमें सूचित किया कि कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है... हमारे सिस्टम में कोई सुधार नहीं हो रहा है... हम वंदे भारत जैसी हाई क्वालिटी वाली ट्रेनें चला रहे हैं, लेकिन स्टेशनों पर उचित बुनियादी ढांचा बनाने में हम नाकाम रहे हैं. भारी भीड़ के बावजूद कोई सुविधाएं नहीं हैं''. 

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चोपड़ा ने कहा, "स्थानीय मजदूरों ने आरोप लगाया था कि इसी तरह की घटना पहले भी हुई थी. हमारे सिस्टम में सुधार क्यों नहीं हो रहा है? उचित जांच क्यों नहीं हो रही है? चारों ओर खुले तार क्यों पड़े हैं? केवल तभी काम क्यों करते हैं जब यह मीडिया में दिखाया जाता है?"  चोपड़ा ने कहा, "हमें पैसा नहीं चाहिए. जो लोग जिम्मेदार हैं उन्हें दंडित करें." उन्होंने कहा, "परिवार कानूनी लड़ाई के लिए तैयार है".

पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार में रहने वाली शिक्षिका साक्षी आहूजा शनिवार रात अपने पति के साथ कहीं जाने के लिए ट्रेन पकड़ने रेलवे स्टेशन आई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, भारी बारिश के कारण नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भरे हुए ट्रैक में करंट प्रवाहित होने से उसकी मौत हो गई. बिजली की लाइनें पानी में डूबी हुई थीं और उनमें बिजली का करंट दौड़ रहा था. महिला इसके संपर्क में आई और उसकी जान चली गई. रेलवे अधिकारी और पुलिस घटना की जांच कर रहे हैं.

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साक्षी आहूजा के दो बच्चे हैं. एक 9 साल का बेटा और एक 7 साल की बेटी. दोनों इस हादसे में बाल-बाल बच गए. लोकेश चोपड़ा ने कहा, "मैं कार पार्क कर रहा था और अपनी बेटी से बैग और बच्चों को लेकर ट्रेन की ओर जाने के लिए कहा. लेकिन वहां कोई उचित व्यवस्था नहीं थी. वह एक पोखर में चली गई और करंट की चपेट में आ गई... वहां 440 वोल्ट का हाईटेंशन तार था."

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