कश्मीर में करिश्माः देखिए दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल पर जब गुजरी अपनी 'वंदे भारत'

भारतीय रेलवे ने श्री माता वैष्णोदेवी रेलवे स्टेशन कटरा से श्रीनगर तक पहुंचने के लिए पहली वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल रन पूरा कर लिया है. ट्रेन अंजीर खाद पुल से होकर जाएगी.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

देश की सबसे प्रसिद्ध ट्रेनों में से एक 'वंदे भारत' ने शनिवार को एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है. शनिवार को इस ट्रेन ने कटरा से श्रीनगर तक का ट्रायल रन पूरा कर इतिहास रच दिया है. इस ट्रायल रन के दौरान ये ट्रेन दुनिया के सबसे ऊंचे पुल से भी होकर गुजरी. कटरा से श्रीनगर तक वंदे भारत के चलने से देश दुनिया के सैलानियों को अब कश्मीर जाने में आसानी होगी. कश्मीर में चलने वाली इस वंदे भारत ट्रेन को ऑल वेदर यानी हर मौसम के हिसाब से बनाया गया है. इस ट्रेन में सभी तरह की अत्याधुनिका सुविधाएं उपलब्ध होंगी. कटरा से श्रीनगर तक के रूट पर इस ट्रेन के शुरू होने के बाद यात्री दिल्ली से सीधे श्रीनगर तक का सफर पूरा कर पाएंगे.

दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल से गुजरती वंदे भारत ट्रेन

जानकारी के मुताबिक भारतीय रेलवे ने श्री माता वैष्णोदेवी रेलवे स्टेशन कटरा से श्रीनगर तक पहुंचने के लिए पहली वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल रन पूरा कर लिया है. ट्रेन अंजीर खाद पुल से होकर जाएगी. बता दें कि यह भारत का पहला केबल-आधारित रेल पुल है. साथ ही यह ट्रेन चिनाब ब्रिज को भी क्रॉस करेगी, जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है. ट्रेन में विशेष जलवायु संबंधी विशेषताएं भी उपलब्ध होंगी, जिससे यात्रियों को ठंड से किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी. उम्मीद है कि यह ट्रेन अगले महीने से शुरू हो जाएगी. हालांकि, रेलवे बोर्ड ने अभी तक इसकी तारीख की घोषणा नहीं की है. 

Advertisement
Advertisement

वंदे भारत में ये होंगी खास सुविधाएं 

एडवांस हीटिंग सिस्‍टम 

सिलिकॉन हीटिंग पैड: पानी की टंकियों और बायो-टॉयलेट टैंकों को जमने से रोकते हैं, साथ ही ओवरहीट प्रोटेक्शन सेंसर सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करते हैं. 

Advertisement

हीटेड प्लंबिंग पाइपलाइन: इसमें हीटिंग केबल पानी को जमने से रोकते हैं और जीरो से नीचे के तापमान में भी इसका सुचारू रूप से संचालन होता है. 

Advertisement

भारतीय शौचालयों में हीटर: वैक्यूम सिस्टम और शौचालयों के लिए गर्म हवा प्रदान करते हैं. 

ऑटो-ड्रेनिंग मैकेनिज्म: प्लंबिंग लाइनों में ड्रेनिंग सिस्टम लगे होते हैं, जिससे स्टैबलिंग के दौरान जमने से रोका जा सके. 

ड्राइवर के आराम और सुरक्षा में बढ़ोतरी

विंडशील्ड में एम्बेडेड हीटिंग एलिमेंट: ड्राइवर के फ्रंट लुकआउट ग्लास में डीफ्रास्टिंग के लिए हीटिंग एलिमेंट शामिल हैं, जो भीषण सर्दी के दौरान भी दृश्यता को बनाए रखना सुनिश्चित करते हैं. 

एंटी-स्पॉल लेयर: चरम मौसम या अप्रत्याशित घटनाओं के दौरान ड्राइवर को प्रभावों से बचाने के लिए जोड़ा गया. 

तकनीक को किया अपग्रेड 

एयर ड्रायर सिस्टम हीटिंग: यह सुनिश्चित करता है कि एयर ब्रेक सिस्टम ठंडी परिस्थितियों में भी बेहतर तरीके से काम करे. 

ट्रेन में मिलेगी बेहतर सुरक्षा: बेहतर सुरक्षा और सुविधा के लिए चौड़े गैंगवे, स्वचालित प्लग दरवाजे, मोबाइल चार्जिंग सॉकेट, इंफोटेनमेंट सिस्टम और CCTV भी ट्रेन में होंगे. 

हर मौसम में मिलेगी कनेक्टिविटी 

कश्‍मीर घाटी के लिए वंदे भारत एक्‍सप्रेस किसी सौगात से कम नहीं है. माना जा रहा है कि इस ट्रेन की शुरुआत क्षेत्र के लिए रेल यात्रा में बड़ा बदलाव होगा. इस ट्रेन के शुरू होने के बाद यहां के लोगों को हर मौसम में ट्रेन की कनेक्टिविटी मिलेगी. बर्फ, ठंडे तापमान और मौसम से संबधित चुनौतियों पर काबू पाकर ट्रेन सेवाएं सुनिश्चित की जाएगी. 

साथ ही अत्‍याधुनिक सुविधाओं के साथ विशिष्‍ट जलवायु में यात्रा का अद्भुत अनुभव प्रदान करेगी. यह घाटी को राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क से अधिक प्रभावी ढंग से जोड़ेगी. 

Featured Video Of The Day
Hyderabad Boat Fire: Hussain Sagar में महाआरती कार्यक्रम के दौरान दो नावों में लगी भीषण आग