Vadodara Accident: वडोदरा एक्सीडेंट की चर्चा पूरे देश में हो रही है. कार से एक महिला की हत्या और सात अन्य लोगों को घायल करने वाले 20 वर्षीय रक्षित चौरसिया के बारे में पता चला कि इस घटना से एक महीने से भी कम समय पहले वो कानून के शिकंजे में फंस गया था, लेकिन उसे माफ़ी मांगने पर छोड़ दिया गया था. फतेहगंज में एक आवासीय अपार्टमेंट में हंगामा करने के बाद एक वकील ने उसकी और उसके दोस्तों की शहर के सयाजीगंज पुलिस स्टेशन में शिकायत की थी. वकील का कार्यालय उस इमारत में है, जहां रक्षित और उसके दोस्त एक पार्टी के लिए इकट्ठे हुए थे. शोर से परेशान होकर वकील ने उन्हें आवाज कम रखने के लिए कहा. इस पर कथित तौर पर युवकों ने वकील को धमकाया और गाली दी. इस पर वकील ने पुलिस को बुलाया और पुलिस युवकों को पुलिस स्टेशन ले गई. पुलिस स्टेशन में रक्षित और उसके दोस्तों ने लिखित में माफ़ी मांगी तो कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई. स्टेशन डायरी में दोनों पक्षों के बीच समझौते का उल्लेख है.
वडोदरा एक्सीडेंट कैसे हुआ
13 मार्च को, वडोदरा के करेलीबाग इलाके में रक्षित द्वारा चलाई जा रही कार ने तीन वाहनों को टक्कर मार दी, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए. वायरल वीडियो में वह कार से बाहर निकलकर सड़क पर 'एक और राउंड, ओम नमः शिवाय' चिल्लाने लगा. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा है कि वह नशे में था. रक्षित को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस उसके साथ कार में सवार प्रांशु चौहान की तलाश कर रही है. एमएस यूनिवर्सिटी में लॉ स्टूडेंट रक्षित पर अब गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने कहा है कि वे जांच कर रहे हैं कि क्या वह घटना के समय नशे में था.
वडोदरा एक्सीडेंट का VIDEO
होली हो गई बेरंग
37 वर्षीय हेमाली पटेल अपने पति पूरव के साथ होली से एक शाम पहले अपनी बेटी के लिए रंग खरीदने के लिए निकली थी. वे स्कूटर पर थे, तभी रक्षित द्वारा चलाई जा रही कार ने दोपहिया वाहन को टक्कर मार दी. हेमाली की मौके पर ही मौत हो गई और पूरव की हालत गंभीर है. कार ने दो और दोपहिया वाहनों को टक्कर मारी. एक में भाई-बहन विकास, कोमल और जयेश सवार थे और दूसरे में निशा शाह और उसके बच्चे जैनिल और रेंसी सवार थे. सभी का गंभीर चोटें आने के कारण इलाज चल रहा है.
"मैं नशे में नहीं था"
रक्षित ने दावा किया है कि वह नशे में गाड़ी नहीं चला रहा था. उसने मीडिया से कहा, "हम एक स्कूटर से आगे जा रहे थे, हम दाईं ओर मुड़ रहे थे और एक गड्ढा था. कार ने दूसरे वाहन को छुआ और एयरबैग खुल गया. हमारी आंखें बंद हो गईं और कार नियंत्रण से बाहर हो गई." उसने कहा कि वह 50 किमी/घंटा की गति से गाड़ी चला रहा था और नशे में नहीं था. रक्षित ने यह भी दावा किया कि वह किसी पार्टी से नहीं लौट रहा था और होलिका दहन कार्यक्रम में शामिल होने गया था. उसने कहा, "मुझे बताया गया कि एक महिला की मौत हो गई है और कुछ लोग घायल हो गए हैं. मैं पीड़ितों के परिवार से मिलना चाहता हूं, यह मेरी गलती है." रक्षित मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का रहने वाला है.
अब माफी मांग रहा
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में रक्षित को क्राइम सीन पर दिखाया गया है, जबकि पुलिस गुरुवार रात की घटनाओं को फिर से बनाने की कोशिश कर रही है. उसे चलने में मुश्किल हो रही है, जबकि पुलिस कर्मियों ने उसे हाथों से पकड़ रखा है. एक्सीडेंट के बाद रक्षित को भीड़ ने बुरी तरह पीटा और उसके चेहरे पर भी चोट के निशान हैं. क्राइम सीन पर दोबारा रक्षित को ले जाना का पुलिस का मकसद एक्सीडेंट की ठीक वजह को समझने के लिए था. इस दौरान रक्षित अपने कान पकड़े हुए दिखाई दे रहा है. शायद वो माफी मांग रहा था, और पुलिस उसे पुलिस वैन में डाल रही है.
पुलिस ने क्या कहा
शहर के पुलिस आयुक्त नरसिंह कोमर ने कहा कि कई टीमें घटना की जांच कर रही हैं. उन्होंने कहा, "घटना में तीन अन्य वाहन भी शामिल हैं. अपराध स्थल से सबूत इकट्ठा कर रहे हैं. पुलिस चार पहिया वाहन के चालक और सह-यात्री की गतिविधियों पर नज़र रख रही है. आगे की जांच जारी है."