Uttarakhand Flood: उत्तराखंड में उफनती नदी के बीच में फंसे एक ट्रक का हैरान कर देने वाला सामने आया है. जिसके बाद देखते ही देखते यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस वीडियो को देखकर पहाड़ी राज्य में लगातार बारिश के कारण बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर हर किसी की चिंता बढ़ गई है. बता दें कि राज्य में लगातार हो रही बारिश (Uttarakhand Rains) के चलते बने बाढ़ के हालात में अबतक 70 से अधिक लोगों की जान चली गई है.
माल से लदे ट्रक का आधा से ज्यादा हिस्सा डूबा
वहीं, यह वीडियो पौड़ी गढ़वाल जिले के मोटाधक गांव का है. इस शॉर्ट वीडियो क्लिप में एक माल से लदा ट्रक का आधे से ज्यादा हिस्सा सामने से आ रही नदी के गंदे पानी में डूबा हुआ है. जानकारी के मुताबिक, कल शाम जब इस ट्रक को लेकर नदी पार करने की कोशिश की जा रही थी, तो अचानक नदी में पानी का स्तर बढ़ गया. जिसके चलते ट्रक पानी की तेज धारा में फंस गया.
अभी एक सप्ताह तक राहत की उम्मीद कम
जानकारी के मुताबिक, पिछले महीने गांव में मालन नदी पर बना एक पुल टूट गया है. जिसके चलते कारखानों से आ रही ट्रकों को औद्योगिक क्षेत्र में जाने के लिए नदी पार करने के लिए मजबूर होना पड़ा. हालांकि, अभी एक सप्ताह तक राहत की उम्मीद कम ही है.
अगले दो दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है और 22 अगस्त के बाद राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश की भी भविष्यवाणी की है. मौसम कार्यालय ने कहा कि दो से तीन दिनों के बाद बारिश से राहत मिल सकती है.
पिछले 24 घंटों में कोटद्वार और चमोली बारिश से प्रभावित
पिछले 24 घंटों में कोटद्वार और चमोली का थराली क्षेत्र बारिश से प्रभावित हुआ है. थराली में बादल फटने से कृषि भूमि और मकानों को भारी नुकसान हुआ है, जबकि कोटद्वार में मालन नदी में देर शाम भारी बारिश हुई. पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश से उत्तराखंड को बड़े पैमाने पर नुकसान का सामना करना पड़ा है. भूस्खलन के कारण 250 से अधिक सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और बंद हो गई हैं, जिनमें नेशनल हाईवे के कुछ हिस्से भी शामिल हैं. वही इसके चलते सैकड़ों गांव जिला मुख्यालय से कट गये हैं.
15 जून से मॉनसून के मौसम में 74 लोगों की मौत
सरकार का कहना है कि राज्य भर में 15 जून से मॉनसून के मौसम में 74 लोगों की मौत हो गई है. जिसमें बारिश से जुड़ी घटनाओं में 43 लोग घायल हो गए हैं, और 19 अभी भी लापता हैं. जबकि 1,400 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं.