बदरीनाथ-केदारनाथ में भव्य दिवाली, पहली बार 12 हजार दीपों की जगमग, 12 क्विंटल फूलों से सजे मंदिर

बदरीनाथ धाम में पहली बार 12 हजार दीप एकसाथ सजाए गए. बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में दीपोत्सव कार्यक्रम 23 अक्टूबर तक आयोजित होगा.

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  • दीपावली पर उत्तराखंड के बदरीनाथ और केदारनाथ धामों में भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया
  • बदरीनाथ धाम में पहली बार 12 हजार दीप एकसाथ प्रज्ज्वलित किए गए. दोनों धामों को 12 क्विंटल फूलों से सजाया गया
  • बदरीनाथ और केदारनाथ में दीपोत्सव कार्यक्रम 23 अक्टूबर तक चलेगा. केदारनाथ के कपाट इसी दिन बंद होंगे
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दीपावली के अवसर पर उत्तराखंड के दोनों प्रमुख धाम बदरीनाथ और केदारनाथ में भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया. परंपरा और आस्था के इस अद्भुत संगम में हजारों दीपों की रोशनी से संपूर्ण धाम जगमगा उठा. दोनों धामों को 12 क्विंटल फूलों से सजाया गया.

बदरीनाथ धाम में पहली बार 12 हजार दीप एकसाथ सजाए गए. माता लक्ष्मी को 56 भोग का प्रसाद अर्पित किया गया. मंदिर के गर्भगृह से लेकर मार्गों तक दीपों की कतारों ने अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किया.

बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने बताया कि दीवाली के अवसर पर दोनों धामों को 12 क्विंटल फूलों से भव्यता के साथ सजाया गया. बीकेटीसी तीर्थ पुरोहितों और हकहकूक धारियों के सहयोग से दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित हुआ. बदरीनाथ होटल एसोसिएशन के सहयोग से 23 अक्तूबर तक कार्यक्रम चलेगा. 

बदरीनाथ धाम में श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के मेहता, भंडारी कमदी हकहकूक धारियों के साथ 12 हजार दीपों का प्रज्ज्वलन किया गया. केदारनाथ धाम में भी तीर्थ पुरोहितों के साथ मिलकर दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित हुआ.

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बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में दीपोत्सव कार्यक्रम 23 अक्टूबर तक आयोजित होगा. इस दौरान मंदिर परिसर में प्रतिदिन पूजा-अर्चना, आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. केदारनाथ के कपाट इस यात्रा वर्ष में 23 अक्तूबर को बंद हो रहे हैं. 

दीपावली पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचे. बीकेटीसी ने प्रशासन के सहयोग से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए. मंदिर परिसर और आसपास के मार्गों पर दीपों की सजावट के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था भी सुदृढ़ की गई है.

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(चमोली से सुरेंद्र रावत की रिपोर्ट)

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