उत्तराखंड (Uttrakhand) के चंपावत जिले में ततैयों (बर्र) के हमले में पांचवीं कक्षा के एक छात्र की मौत हो गई. क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक विपिन पंत ने बताया कि शनिवार की शाम को ऋतिक थ्वाल अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था, तभी ततैयों (Wasp) ने उस पर हमला कर दिया. घटना में गंभीर रूप से घायल 10 वर्षीय बालक को जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उपचार के बावजूद उसकी हालत बिगड़ती गई. आधी रात के बाद तीन बजे ऋतिक की गंभीर हालत को देखते हुए उसे उच्च स्वास्थ्य केंद्र के लिए रेफर किया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने रास्ते में दम तोड़ दिया.
ऋतिक के पिता सुरेश थ्वाल ने आपदा प्रबंधन विभाग पर आरोप लगाया कि उसने सड़क बंद होने की जानकारी पुलिस या स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी, जिसके कारण उनका बच्चा समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाया.
उन्होंने बताया कि पहले वह ऋतिक को लेकर खटीमा की ओर रवाना हुए, लेकिन बारहमासी सड़क पर स्वाला के समीप भूस्खलन होने से सड़क बंद थी. इस पर वह उसे देवीधुरा के रास्ते हल्द्वानी ले जाने के लिए वापस हुए. उन्होंने बताया कि लोहाघाट से कुछ आगे पहुंचते ही ऋतिक ने दम तोड़ दिया.
उधर, चारधाम सड़क परियोजना के तहत निर्मित बारहमासी सड़क स्वांला में चट्टान दरकने से आए मलबे के कारण पिछले 14 घंटों से बंद है, इसके चलते सैकड़ों वाहन और हजारों यात्री इसमें फंसे हुए हैं. जिला सूचना अधिकारी गिरिजा जोशी ने बताया कि सड़क से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है, लेकिन लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण इसमें दिक्कत आ रही है.
सड़क बंद होने के कारण पुलिस ने चंपावत और टनकपुर में ही कई वाहनों को रोक लिया है. वहीं कुछ अन्य वाहन सूखीढांग रीठासाहिब होते हुए जा रहे हैं. जिलाधिकारी नरेंद्र भंडारी ने बताया कि आपदा प्रबंधन अधिकारी को शीघ्र सड़क खोलने के साथ ही सड़क में फंसे यात्रियों को समुचित राहत देने को कहा गया है.
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