उत्तर प्रदेश के 11 जिलों के 58 विधानसभा क्षेत्रों में गुरुवार को हुए पहले चरण के मतदान में 60 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ. COVID-19 प्रोटोकॉल के कारण एक घंटे के विस्तार के बाद शाम 6 बजे मतदान बंद हुआ. चुनाव अधिकारियों ने कहा कि कुछ स्थानों पर ईवीएम में मामूली तकनीकी खराबी के साथ दिन शांतिपूर्ण ढंग से गुजरा. अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी (एसीईओ) बी.डी राम तिवारी ने कहा, "कुछ जगहों पर ईवीएम में तकनीकी खराबी की खबरें आईं. जिसके बाद उन ईवीएम को बदला गया. समाजवादी पार्टी के इस आरोप पर कि कैराना विधानसभा क्षेत्र के दुंदुखेड़ा गांव में गरीब मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करने दिया गया, अधिकारी ने कहा कि संबंधित जिला मजिस्ट्रेट को मामले को देखने के लिए कहा गया था.
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चुनाव आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि आगरा में 60.33 फीसदी, अलीगढ़ में 60.49 फीसदी, बागपत में 61.35 फीसदी, बुलंदशहर में 60.52 फीसदी, गौतम बौद्ध नगर में 56.73 फीसदी, गाजियाबाद में 54.77 फीसदी, हापुड़ में 60.50 फीसदी, मथुरा में 63.28 फीसदी, मेरठ में 60.91 फीसदी, मुजफ्फरनगर में 65.34 प्रतिशत और शामली 69.42 प्रतिशत मतदान हुआ. रिपोर्ट के मुताबिक 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान इन निर्वाचन क्षेत्रों में 63.47 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था.
गाजियाबाद से एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कथित तौर पर भाजपा नेता वीके सिंह और कांग्रेस नेता राजन कांत के समर्थकों के बीच एक मामूली झड़प हुई. यह तब हुआ जब वीके सिंह ने मीडियाकर्मियों को संबोधित किया और एक मतदान केंद्र के परिसर में भाजपा द्वारा किए गए कार्यों और सुरक्षा व्यवस्थाओं के बारे में बात की. जिसके बाद पुलिसकर्मियों को इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा.
बुलंदशहर में सदर विधानसभा क्षेत्र के चार खंबा मतदान केंद्र पर एक दूल्हा अपनी बारात में शामिल होने से पहले वोट डालने पहुंचा. दूल्हा बलराम घुड़चड़ी की रस्म पूरी करने के बाद मोटरसाइकिल पर वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पहुंचा.
मुजफ्फरनगर में भाजपा विधायक उमेश मलिक ने एक युवक की पिटाई कर दी और बाद में बुढाना विधानसभा क्षेत्र के शाहपुर के एक मतदान केंद्र पर कथित फर्जी वोटिंग के आरोप में पुलिस के हवाले कर दिया. घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया गया.
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मथुरा की एक रिपोर्ट के अनुसार, सुबह घने कोहरे के कारण मतदान धीमा दिखाई दिया, लेकिन दिन के दौरान दृश्यता में सुधार होने के कारण इसमें तेजी आई. हालांकि रालोद प्रमुख जयंत चौधरी अपना वोट डालने के लिए समय पर मतदान केंद्र पर नहीं पहुंच सके, क्योंकि वह प्रचार कर रहे थे, उनकी पत्नी चारु चौधरी ने मथुरा में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. मथुरा के जिला चुनाव अधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कहा, "चुनाव के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और कोविड-19 के मानदंडों का सख्ती से पालन किया गया."
सपा-रालोद प्रत्याशी संजय लट्ठर और मट थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार सिंह के बीच तीखी नोकझोंक हुई. लथर ने कहा, "हम चुनाव आयोग और मथुरा के एसएसपी से शिकायत करेंगे कि रालोद-सपा गठबंधन के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पीटा है."
मथुरा में भी एक दूल्हा अपनी दुल्हन को शादी के बाद घर ले जाने से पहले अपने मताधिकार का प्रयोग करने आया. वह शख्स अपनी शादी के बाद सीधे मतदान केंद्र पहुंचा. इस पर सवाल पूछे जाने पर उसने कहा कि पहले मतदान, फिर जलपान.
Here are the Updates on Uttar Pradesh Election 2022 1st Phase Voting in Hindi:
पहले चरण के चुनाव में प्रदेश सरकार के मंत्री श्रीकांत शर्मा, सुरेश राणा, संदीप सिंह, कपिल देव अग्रवाल, अतुल गर्ग और चौधरी लक्ष्मी नारायण के सियासी भाग्य का फैसला होगा.