ऊषा उत्थुप (Usha Uthup) बॉलीवुड की मशहूर सिंगर हैं और गुरुवार शाम को उन्हें भारत सरकार ने पद्म भूषण (Padma Bhushan) से सम्मानित करने का ऐलान किया है. ऊषा उत्थुप भारतीय पॉप सिंगर हैं. उन्होंने 1960 और 1970 के दशक में कई शानदार पॉप गाने दिए हैं. इतना ही नहीं अपने गानों के लिए उन्हें फिल्मफेयर ने भी सर्वश्रेष्ण गायिका के अवॉर्ड से नवाजा था.
मुंबई में ही हुआ है ऊषा का जन्म
बता दें कि ऊषा उथुप का जन्म 7 नवंबर 1947 को मुंबई में हुआ था. ऊषा के पिता का नाम वैद्यनाथ सोमेश्वर सामी है. ऊषा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सेंट एग्नेस हाईस्कूल से की है. वह जब स्कूल में थीं तो उनकी भारीभरकम आवाज के कारण उन्हें संगीत की क्लास से बाहर निकाल दिया गया था. ऊषा ने कभी बाहर से संगीत की शिक्षा नहीं ली लेकिन उनका लालन-पालन ही संगीतमय माहौल में हुआ था और इस वजह से उन्हें संगीत की इतनी जानकारी है.
नाइट क्लब में गाना गाया करती थीं ऊषा
ऊषा ने बचपन में रेडियो के लिए ''मॉकिंगबर्ड हिल'' नाम का एक गाना गाया था. इसके बाद 20 वर्ष की आयु में ऊषा ने चेन्नई के ''नाइट जेम'' नाकम एक छोटे से नाइट क्लब में गाना शुरू किया था. उनकी परफॉर्मेंस को नाइट क्लब में लोगों ने इतना पसंद किया कि नाइट क्लब के मालिक ने उन्हें वहां 1 सप्ताह तक रुकने के लिए भी कहा था. इसके बाद उन्होंने कोलकाता में ''टॉक ऑफ द टाउन'' और ''ट्रिंकास'' जैसे नाइट क्लबों में भी गाना शुरू कर दिया था.
ऊषा का बॉलीवुड करियर
इसके बाद 1960 के दशक में उन्होंने बॉलीवुड में अपने सिंगिंर करियर की शुरुआत की थी. हिंदी सिनेमा में उन्हें एक दो तीन चार गाने के बाद खासा पहचान मिली थी. उसके बाद ऊषा ने हिंदी सिनेमा को कई सुपरहिट गाने दिए. उस समय में ऊषा ने दिग्गज संगीत निर्देशक आर डी बर्मन और बप्पी लहरी के साथ भी कई हिट गाने गाए. उन्होंने ''दम मारो दम'' और ''महबूबा'' गाने भी गाए हैं जो आप भी दर्शकों को बेहद पसंद आते हैं.
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार द्वारा पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया था. 2024 में पांच हस्तियों को पद्मविभूषण, 17 को पद्मभूषण और 100 को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा. इसमें ऊषा उत्थुप के अलावा एक्टर विजयकांत, वैजयंतीमाला, मिथुन चक्रवर्ती और चिरंजीवी का नाम शामिल है.
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