अमेरिका और रूस जमीन पर भले ही दशकों से कट्टर दुश्मन रहे हैं, लेकिन अंतरिक्ष में ऐसा बिल्कुल नहीं है. रूस और यूक्रेन युद्ध को एक साल बीत चुका है. ये जंग कब खत्म होगी, अभी कुछ कह पाना संभव नहीं है. ये जंग जरूर प्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन और रूस के बीच हो रही है, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से ये युद्ध अमेरिका और रूस के बीच लड़ा जा रहा है. यूक्रेन जैसा छोटा-सा देश रूस के सामने एक साल तक नहीं टिक सकता, ये बात किसी से छिपी नहीं है. पिछले एक साल से अमेरिका हर स्तर पर यूक्रेन की मदद कर रहा है. हाल ही में यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह इस युद्ध में अंत तक यूक्रेन के साथ खड़े रहेंगे. जमीन पर अमेरिका जरूर यूक्रेन के साथ डटा हुआ है, लेकिन अंतरिक्ष में रूस के साथ कंधे से कंध मिलाकर काम कर रहा है.
अंतरिक्ष यात्री रूसी सोयुज कैप्सूल करते हैं इस्तेमाल
रूस और अमेरिका अंतरिक्ष मिशन में मिलकर काम कर रहे हैं. राष्ट्रीय वैमानिकी और अन्तरिक्ष प्रबंधन (NASA) के अंतरिक्ष यात्री नियमित रूप से रूसी सोयुज कैप्सूल पर स्टेशन के लिए उड़ान भरते हैं. ऐसे में अंतरिक्ष मॉस्को और वॉशिंगटन के बीच सहयोग का एक ऐसा स्थान बना हुआ है, जिसे 'दुर्लभ' कहा जाए, तो गलत नहीं होगा. यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका ने रूस पर कई पाबंदियां लगा रखी हैं. इसके बावजूद अंतरिक्ष को लेकर इस तरह के आदान-प्रदान जारी हैं, ये बड़ी बात है.
क्या है सोयुज कैप्सूल
रूस 1960 के दशक में सोवियत संघ के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिये कोरोलियोव डिजाइन ब्यूरो द्वारा डिजाइन किये गये अंतरिक्षयानों की सीरीज है. यह आज भी काम कर रहे हैं. सोयूज अंतरिक्ष यान, वोस्खोद के बाद आया था और इसका उद्देश्य मानव को चन्द्रमा पर भेजने के सोवियत संघ के कार्यक्रम का हिसा था. अमेरिका भी इसका इस्तेमाल कर रहा है. कई अंतरिक्ष कार्यक्रमों में सोयुज कैप्सूल अहम भूमिका निभाते हैं.
अंतरिक्ष में 'दोस्त' अमेरिका-रूस, कोई राजनीति नहीं...!
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की रिसर्च आज एक और नया अध्याय जुड़ने जा रहा है. स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों, एक रूसी कॉस्मोनॉट और एक अमीराती को लेकर लॉन्च होगा. इस मिशन के कमांडर बोवेन ने कहा कि अंतरिक्ष में राजनीति शायद ही कभी सामने आती है. हम सभी पेशेवर हैं. हम मिशन पर ही ध्यान केंद्रित रखते हैं. अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद अंतरिक्ष यात्री के साथ हमारा हमेशा एक महान संबंध रहा है. दोनों राष्ट्रों के परमाणु सुरक्षा और सुरक्षा, अप्रसार, आतंकवाद विरोधी और अंतरिक्ष अन्वेषण में साझा हित हैं.