अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जनवरी में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने भारत नहीं आएंगे. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि बाइडेन को क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए भारत (S Jaishankar On Jo Biden आना था, लेकिन इसकी तारीख टल जाने की वजह से अब अमेरिकी राष्ट्रपति भारत नहीं आ रहे हैं. एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में एस जयशंकर ने कहा कि भारत के शड्यूल पर दूसरे देश सहमत नहीं हैं. विदेश मंत्री ने कहा, "मुझे लगता है कि यह एक अलग मुद्दा था. क्योंकि यह क्वाड से भी जुड़ा था और हमें वहां लैंडिंग जोन नहीं मिल सका. हम हर चीज पर सभी के साथ सहमति नहीं बना सके, इसलिए, ऐसा नहीं हो सका."
ये भी पढ़ें-नए हिट एंड रन कानून के विरोध में ये तर्क दे रहे हैं हड़ताली ट्रांसपोर्टर, बोले- "डर की वजह से भागते हैं..."
टल गई क्वाड शिखर सम्मेलन की तारीख
एस जयशंकर से सवाल पूछा गया कि क्या जो बाइडेन गणतंत्र दिवस परेड के लिए भारत आना था और क्या क्या नमस्ते ट्रंप की तरह ही "नमस्ते बिडेन" कार्यक्रम आयोजित होना था. वहीं सूत्रों के मुताबिक जनवरी में भारत में आयोजित होने वाला क्वाड शिखर सम्मेलन अब साल 2024 में ही बाद में आयोजित किया जाएगा. तय तारीख टलने के बाद दूसरी तारीखों पर विचार किया जा रहा है, क्योंकि मौजूदा तारीखों पर सभी क्वाड मेंबर्स के साथ सहमति नहीं बन सकी.
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रो होंगे 26 जनवरी पर चीफ गेस्ट
भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने सितंबर में कहा था कि जो बाइडेन को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए भारत ने आमंत्रित किया था. यह निमंत्रण जो बाइडेन को पीएम मोदी ने सितंबर में दिल्ली में हुए जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर दिया था. बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो, पीएम नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आएंगे. मैक्रो ने न्योते के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया. बता दें कि भारत और अमेरिका ने नवंबर में पांचवीं भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता आयोजित की. भारत और अमेरिका के बीच एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है, जो मानवीय प्रयासों के करीब सभी क्षेत्रों को कवर करती है.
क्वाड की तारीख पर दूसरे देशों से नहीं बनी सहमति
जी20 शिखर सम्मेलन में बाइडेन की दिल्ली यात्रा के दौरान, भारत और अमेरिका ने सातवें और आखिरी बकाया विश्व व्यापार संगठन विवाद को भी सुलझा लिया. बता दें कि पिछले छह विवादों को पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान सुलझा लिया गया था. भारत-अमेरिका संयुक्त बयान के मुताबिक, दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के बीच घनिष्ठ और स्थायी साझेदारी की पुष्टि की. दोनों नेताओं ने "पीएम मोदी की जून 2023 की ऐतिहासिक वाशिंगटन यात्रा की अभूतपूर्व उपलब्धियों को लागू करने के लिए चल रही प्रगति के लिए तारीफ की."
जून 2023 में अमेरिका दौरे पर गए थे पीएम मोदी
दोनों नेताओं ने जून 2023 में पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के भविष्य और व्यापक परिणामों को लागू करने में प्रगति की सराहना की, जिसमें क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आईसीईटी) के लिए भारत-अमेरिका पहल भी शामिल है. पीएम मोदी पिछले साल जून में अमेरिका यात्रा पर गए थे. इस दौरान उनकी राष्ट्रपति बाइडेन के साथ उच्च स्तरीय वार्ता हुई थी. यह चर्चा व्यापार, रक्षा सहयोग और प्रौद्योगिकी ट्रांसफर पर जोर देने के साथ भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर केंद्रित थी. उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन शमन में संयुक्त प्रयासों समेत कई प्रमुख पहलों की घोषणा की थी.
ये भी पढ़ें-"भारतीय युवा एक साहसी, नयी दुनिया बना रहे": भारतीदासन विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में PM मोदी