प्रयागराज महाकुंभ (Mahakumbh) से बुधवार अलसुबह भगदड़ की दर्दनाक घटना में 30 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 90 घायल हुए हैं. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना के बारे में बताते हुए कहा कि हादसा अखाड़ा मार्ग पर संगम के करीब हुआ. यूपी सरकार ने इस घटना के न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. मृतकों की संख्या के बारे में जानकारी देते हुए योगी भावुक नजर आए और उनका गला रुंध गया. भगदड़ की घटना को लेकर पीएम मोदी सुबह से लगातार सीएम योगी के संपर्क में रहे. दोनों के बीच सुबह करीब चार बार फोन पर बात हुई. पीएम मोदी ने स्थिति सामान्य करने और राहत पहुंचाने के निर्देश दिए. सीएम योगी ने बुधवार सुबह भी इस घटना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि प्रयागराज में भीड़ का भारी दबाव है और जो घटना हुई है, वह बैरिकेड को फांदने के कारण हुई है. श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि मैं लोगों से अपील करूंगा कि वह प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अफवाहों पर ध्यान न दें. आज करीब 9 से 10 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज में हैं. मैं सभी से कहूंगा कि वह जिस भी घाट पर हैं, वहीं स्नान करें. संगम नोज पर स्नान जरूरी नहीं हैं, सभी श्रद्धालु वहां जाने से बचें. सकुशल स्नान कराना हमारी प्राथमिकता है. प्रयागराज में भीड़ का भारी दबाव है, इसलिए पहले श्रद्धालु स्नान करेंगे और उसके बाद ही संत स्नान करेंगे.
मुख्यमंत्री योगी की श्रद्धालुओं से अपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वो अफवाहों पर ध्यान न दें. सीएम योगी ने लिखा- मां गंगा के जिस घाट के जो समीप है, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें. प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें. किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें. पीएम के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और उनसे प्रयागराज में मची भगदड़ को लेकर स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने श्रद्धालुओं को हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया.
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मंत्री जेपी नड्डा ने भी सीएम योगी से की बात
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने भी सीएम योगी से फोन पर बात की. सीएम योगी ने नड्डा को बताया कि स्थिति पर काबू पा लिया गया है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान बुधवार को मौनी अमावस्या स्नान से पहले ही भगदड़ जैसी स्थिति हो गई. इस हादसे में करीब 30 महिलाएं घायल हो गईं, जो संगम में स्नान करने के लिए जा रही थीं. यह घटना पवित्र स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच हुई, जिसके कारण अखाड़ों को कुछ समय के लिए अपना कार्यक्रम रोकना पड़ा.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने क्या कहा
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा, "जो घटना हुई उससे हम बहुत दुखी हैं. हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे... जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़े आज स्नान में भाग नहीं लेंगे... मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं... यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट पहुंचना चाहते थे, इसके बजाय उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे, वहीं डुबकी लगा लेनी चाहिए... "
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