उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ शहर के बीजेपी विधायक मुक्ता राजा ने अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) को पत्र लिखकर मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों के बारे में तत्काल जानकारी मांगी है. पत्र में उन्होंने पूछा है कि कितनी मस्जिदों में लाउडस्पीकर लगे हैं. उन्होंने एडीएम से सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों की तीव्रता के बारे में भी जानकारी मांगी है. अलीगढ़ विधायक ने एडीएम को लाउडस्पीकरों की जांच कराने का भी निर्देश दिया है. विधायक ने अपने पत्र में कहा है कि, "अदालत के निर्देशों के अनुसार लाउडस्पीकरों की ध्वनि की तीव्रता की जानी चाहिए."
विधायक ने पूछा है कि क्या सुबह 5 बजे से पहले मस्जिदों में अजान कोर्ट के निर्देश के मुताबिक है. "यदि नहीं, तो इस संबंध में अब तक क्या कार्रवाई की गई है?" उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, लाउडस्पीकरों को रात 10 बजे के बाद और सुबह 6 बजे से पहले संचालित करने की अनुमति नहीं है और लाउडस्पीकर 'साउंड लिमिटर' में ही लगने चाहिए.
बता दें कि नीदरलैंड, जर्मनी, स्विटजरलैंड, फ्रांस, यूके, ऑस्ट्रिया, नॉर्वे और बेल्जियम सहित कई देशों में भी धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के उपयोग की सीमाएं हैं. यहां तक की कुछ शहरों में तो मस्जिदों में लाउडस्पीकर के उपयोग पर भी प्रतिबंध है.
महाराष्ट्र से शुरू हुआ है विवाद
मस्जिदों पर लाउडस्पीकर लगाने का विवाद महाराष्ट्र से शुरू हुआ है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) कई समय से मस्जिदों में से लाउडस्पीकरों हटाने की मांग कर रही है. यहां तक की राज्य सरकार को मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम भी इनकी ओर से दिया गया है. राज ठाकरे ने सरकार को 3 मई तक का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर मस्जिद से अगर लाउडस्पीकर (Mosque Loudspeakers) नहीं हटेंगे तो देश भर में मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा बजेगा.
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