तिरुवंतपुरम से चलकर नई दिल्ली जाने वाली केरला एक्सप्रेस बड़े हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बची है. रेल प्रशासन की गलती के चलते ट्रेन को ललितपुर के पास टूटी पटरी पर दौड़ा दिया गया. ट्रैक पर काम कर रेलकर्मियों ने ट्रेन को रोकने के लिए लाल झंडी दिखाई लेकिन तब तक ट्रेन के तीन कोच टूटी पटरी से आगे निकल गए थे. इसके बाद ट्रेन के झांसी पहुंचने पर ट्रेन में मौजूद यात्रियों ने जमकर हंगामा किया.
जानकारी के मुताबिक केरल एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 10 घंटे देरी से चल रही थी और इस दौरान वह दैलवारा से ललितपुर के बीच ट्रैक से क्रॉस कर रही थी लेकिन सी वक्त रेलकर्मी ट्रैक की मरम्मत का भी काम कर रहे थे. ऐसे में केरल एक्सप्रेस एकदम तेज गति से वहां आ गई. यहां काम कर रहे रेलकर्मियों ने लाल झंडी दिखाकर ट्रेन को रोकने की कोशिश की थी लेकिन ट्रेन रुकी नहीं.
इसके बाद रेलकर्मी ट्रैक छोड़कर भाग खड़े हुए. वहीं, जब ट्रेन के ड्राइवर की नजर लाल झंडी पर पड़ी तो उसने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए लेकिन तबतक ट्रेन के तीन कोच टूटी हुई पटरी से आगे निकल चुके थे. एकाएक लगे ब्रेक के चलते ट्रेन में जोरदार झटका लगा, जिससे यात्रियों में चीख पुकार मच गई. इसके बाद यात्रियों ने हंगामा करते हुए रेलवे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. गनीमत रही कि इस हादसे में किसी को नुकसान नहीं हुआ. लेकिन जब ट्रेन झांसी पहुंची तो यहां यात्रियों ने रेल प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की मौके पर पहुंची आरपीएफ ने किसी तरह यात्रियों को समझा कर ट्रेन रवाना की।