Hathras accident : हाथरस मामले में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें 2 महिलाएं शामिल हैं. गिरफ्तार किए गए सभी लोग आयोजन समिति के सदस्य और सेवादार हैं. आईजी अलीगढ़ रेंज शलभ माथुर ने यह जानकारी प्रेस कांफ्रेंस कर दी. उन्होंने बताया कि सभी 121 मृतकों की पहचान हो चुकी है. सभी का पोस्टमार्टम भी हो चुका है. इस मामले की जांच के लिए कई टीमों का गठन किया गया है.
आईजी अलीगढ़ रेंज शलभ माथुर ने बताया कि पूछताछ के लिए अभी 12 लोग पुलिस की हिरासत में हैं. फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर जांच की हैं. भगदड़ में 112 महिलाओं की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि इस मामले में भोले बाबा का रोल सामने आने पर कार्रवाई होगी. मुख्य आरोपी फरार सेवादार प्रकाश मधुकर पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया है. उनके खिलाफ एनबीडब्लू की भी कार्रवाई होगी. उन्होंने बताया कि पकड़े गये लोगों में राम नरेते, उपेन्द्र सिंह यादव, नेक सिंह, मंजू यादव, मुकेश कुमार और मंजू देवी शामिल हैं. पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि वे सभी सत्संग आयोजन समिति के सदस्य हैं. वे मुख्यत: सेवादार के रूप में काम करते हैं और अतीत में भी वह ऐसे कई आयोजन करा चुके हैं. वे बैरीकेडिंग करके भीड़ नियंत्रण, पंडाल व्यवस्था, बिजली आपूर्ति और सफाई की व्यवस्था कराते थे. हाथरस मामले में भोले बाबा को बचा रही पुलिस? पुलिस पर क्या है दबाव; अलीगढ़ आईजी का जवाब
कौन है भोले बाबा
इस घटना के बाद से ही भोला बाबा फरार है. पुलिस ने इस हादसे को लेकर मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है. इस बीच बाबा के आश्रम में रहने वाले रंजीत सिंह नाम के एक चश्मदीद ने भोले बाबा को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. रंजीत सिंह के अनुसार भोले बाबा के पास कोई विशेष शक्ति नहीं है वो सिर्फ अपने पास विशेष शक्ति होने का ढोंग करता है. रंजीत सिंह ने NDTV से किए खुलासे में अपनी बात रखी.
रंजीत सिंह ने कहा कि मेरे पापा इनके आश्रम में 15 साल रहे हैं. भोले बाबा का जहां गांव है हम वहीं से हैं. मेरा बचपना उसी गांव में गुजरा है. बाबा के पिताजी नन्हें बाबू थे, जो किसान थे. पुलिस की नौकरी छोड़ने के बाद बाबा ने सत्संग का ढोंग रचाकर पहले अपने एजेंट तैयार किए. एजेंट इकट्ठा करने के बाद बाबा ने उनको पैस दिया. इसके बाद यहां लोग आने शुरू हुए. ये एजेंटों को पैसे देकर ये कहलवाता था कि उनको बाबा की ऊंगली पर चक्र दिख रहा है. जैसे बाबा बोलते थे उनके एजेंट वैसे ही बोलते थे. ऐजेंट बाबा के हाथ में बाबा चक्र तो कभी हाथ में त्रिशूल दिखने की बात करके जनता को भ्रमित करते थे.
"नशे और लड़कियों का है आदी"
उन्होंने आगे बताया कि बाबा के आश्रम में 16-17 साल की कई लड़कियां रहती है जिन्हें ये अपनी शिष्या बताता है. वो इन लड़कियों से गलत काम भी करवाता है. साथ ही बाबा सिगरेट और शराब का आदि है. ये बाबा नहीं बल्कि पाखंडी बाबा है. बहादुरनगर में कई लोगों की मौत हुई है जो मैंन भी देखी है. जिन लोगों की मौत हुई ना उनके शव का कोई पता नहीं लगा है. बाबा को जब लगा कि अब वह फंस सकता है तो उसने यहां से अपना आश्रम भी शिफ्ट किया है. यह बाबा पहले एक बार जेल भी गया है. इस बाबा ने पहले कहा था कि ये लड़की को जिंदा कर देगा. उसी केस में वो जेल भी गया है.
बाबा ने हादसे से झाड़ा पल्ला
बाबा ने अपने अनुयायियों की मौत पर दुख और संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. भगदड़ पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में नारायण हरि भोले बाबा ने बुधवार को कहा कि यह त्रासदी असामाजिक तत्वों और गुंडों का काम है. बाबा ने अपने वकील के माध्यम से जारी एक बयान में यह भी कहा कि वह भगदड़ से पहले कार्यक्रम स्थल से चले गए थे.