केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की बदली हुई तस्वीर को प्रमुखता से पेश करते हुए निवेशकों से निवेश के लिए आगे आने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में उत्तरप्रदेश का आठ प्रतिशत योगदान है, इसलिए निवेशक दिल खोलकर यहां निवेश के लिए आगे आयें, राज्य सरकार उन्हें हर स्तर पर सुरक्षा एवं सहयोग प्रदान करेगी.
केन्द्रीय पर्यटन मंत्री ने शुक्रवार को 'उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 2023' के पहले दिन ‘‘टूरिज्म लेवरेजिंग द कल्चरल हेरिटेज फॉर टूरिज्म इन मॉडर्न एण्ड प्रोग्रेसिव यूपी'' विषयक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन की असीमित संभावनाएं हैं. यहां पग-पग पर प्राकृतिक संपदा के साथ पर्यटकों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यटन स्थल के साथ ही आध्यात्मिक, धार्मिक, पौराणिक महत्व के स्थल हैं.
मंत्री ने उत्तर प्रदेश की बेहतर कानून-व्यवस्था, आधारभूत सुविधाएं और रेल, वायु और जल परिवहन की बेहतर कनेक्टिविटी की चर्चा करते हुए उद्यमियों को भरोसा दिया कि उत्तर प्रदेश में उनका निवेश पूरी तरह से सुरक्षित है.
शुक्रवार की शाम जारी सरकारी बयान के अनुसार केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि निवेशकों के लिए विभिन्न नीतियों के अंतर्गत छूट की व्यवस्था की गयी है और नये-नये क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है. रेड्डी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है. उत्तर प्रदेश उत्पादकों के लिए एक बड़ा उपभोक्ता बाजार भी है.
यूपी सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने सभी अतिथियों एवं देश-विदेश से आये निवेशकों का स्वागत करते हुए कहा कि बदले परिवेश में राज्य में निवेश के लिए निवेशकों ने विशेष रूचि एवं उत्साह दिखाया है, जिसके फलस्वरूप अब तक 33 लाख करोड़ रुपये के समझौतों पर हस्ताक्षर हो चुके हैं. अकेले पर्यटन विभाग ने एक लाख 17 हजार करोड़ रुपये के समझौतों पर हस्ताक्षर करने में सफलता प्राप्त की है.
सिंह ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन का तेजी से विकास एवं पर्यटकों को सुखद अनुभव प्रदान करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है, रामायण सर्किट, बुन्देलखण्ड सर्किट, ब्रज सर्किट, महाभारत सर्किट, जैन सर्किट, आध्यात्मिक सर्किट और क्राफ्ट सर्किट के साथ प्रदेश के व्यंजन, हस्तशिल्प एवं ओडीओपी उत्पाद विश्व पटल पर अपनी पहचान बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या, काशी, प्रयागराज, मथुरा, वृन्दावन, बरसाना, कुशीनगर, श्रावस्ती, सारनाथ जैसे विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हैं जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मौजूद हैं.
सत्र के अंत में प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने राज्य में निवेश की विभिन्न संभावनाओं, नये क्षेत्रों, बदले हुए परिवेश, बेहतर कनेक्टिविटी, नई पर्यटन नीति-2022, अवस्थापना सुविधाओं का विकास के बारे में निवेशकों को जानकारी दी.
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