राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) प्रमुख जयंत चौधरी ने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावना से इनकार कर दिया. रविवार शाम शामली में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत ‘अंतिम चरण' में है. रालोद नेता ने हाल ही लखनऊ हवाईअड्डे पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की थी और बाद में दोनों छत्तीसगढ़ सरकार के चार्टर्ड विमान से दिल्ली रवान हुए थे. इस घटनाक्रम से राजनीतिक गलियारे में गठबंधन को लेकर कई तरह के कयास लगाए जाने लगे थे.
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यह पूछे जाने पर कि क्या यह बैठक सीटों के बंटवारे के संबंध में सपा पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा था तो रालोद के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि किसी पर कोई दबाव नहीं डाला गया. यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी और पहले के नेताओं के बीच ऐसा होना आम था, लेकिन भाजपा ने इस चलन को बदल दिया और राजनीति में लोग एक-दूसरे के दुश्मन बन गए.
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इसी बीच चौधरी ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वह घोषणापत्र में युवाओं को एक करोड़ रोजगार देने, गन्ने के लिए राज्य सलाहकार मूल्य (एसएपी) निर्धारण और 14 दिन के भीतर भुगतान सुनश्चित करने समेत अन्य सभी वादों को पूरा करेगी. उन्होंने विद्युत अधिनियम 2003 में प्रस्तावित संशोधनों का विरोध किया.