यूपी के थाना बिसरख में रात इको विलेज-3 ( Eco Village 3 ) के निवासियों द्वारा माता भगवती का जागरण किया जा रहा था, जिसे लेकर पुलिस को कॉल मिली कि हमारे यहां तेज आवाज में भजन चलाए जा रहे हैं. सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर आवाज को धीरे करवाया. इसके बाद कॉलर पक्ष ने थाना बिसरख (Bisrakh) में शिकायत दी कि डीजे बंद करवाने को लेकर जागरण के आयोजकों और जागरण में उपस्थित लोगों ने अभद्रता की. वहीं जागरण में उपस्थित लोगों ने भी शिकायत दी है और उनका कहना है कि कॉलर द्वारा शराब के नशे में जागरण में आकर लोगों को अपशब्द बोले गए और अभद्रता की गई. थाना बिसरख पुलिस द्वारा दोनों पक्षों द्वारा दी गई शिकायत की जांच की जा रही है. मारपीट जैसी घटना के संबंध में सीसीटीवी फुटेज की भी तलाशी ली गई है, जिससे स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है, फिर भी पुलिस द्वारा दोनों पक्षों के आरोपों की गहनता से जांच की जा रही है.
कॉलर पक्ष से महिला ने शिकायत में पूरी घटना से अवगत कराया. उन्होंने लिखा कि आप सभी को में कल के हादसे से अवगत करवाना चाहती हूं. कल रात मुझ पर और मेरे पति पर और 6 साल के बच्चे पर लोगो ने अटैक किया. हम बच गए लेकिन सुपरटेक इको विलेज-3 के मैं ऑक्सफ़ोर्ड स्क्वायर में रहती हूं. सुपरटेक की ही हाई राइज में जगराता था. 10 बजे का रूल है, लेकिन कोई नहीं मानता. 12 बजे 112 से पुलिस आई और उन्होंने बुलाया. बिसरख से 2 पुलिस वाले आए और भीड़ ने उनकी परवाह नहीं की और पूरे मॉब ने मेरे पति पर अटैक करने की कोशिश की. वो जान बचाकर भागे. जब वो तहरीर देने थाने गए थे तब वापस मेरे कंप्लेंट करने पर थाने से पुलिस आयी और उनके सामने भी पूरा रेला मुझ पर हावी हो गया और अटैक करना चाहता था.
उन्होंने आगे लिखा कि इस बीच मेरा 6 साल का बच्चा गुम हो गया और बात बेहद बिगड़ गयी. पति थाने में, मैं अकेली भीड़ में जो मार देना चाहती थी, पुलिस आयी गई, वापस आई और गई लेकिन कोई भी जगराता बंद नहीं करा सका.जगराता सुबह तक चलता रहा. 4 AM तक तेज साउंड तो सुनाई दे रहा था . ये कैसी भक्ति है, सभी ने ड्रिंक कर रखी थी और चिल्ला रहे थे. मैंने पुलिस के सामने कहा के ये ड्रिंक करके क्या जगराता हो रहा है तब जाकर एक दो लोग शांत हुए तो लेडीज आगे आ गईं और वो मारने को उतारू थीं, लेकिन तब ऑक्सफ़ोर्ड स्क्वायर के प्रेजिडेंट के डी सर ने साथ रहकर रोका. लोगों को संभालने में पुलिस पूरी तरह विफल रही.
वह आगे बोलीं कि एसीपी सर ने मदद भेजी लेकिन किसी ने भी नहीं उनको कुछ कहने दिया. हम दोनों पत्रकार हैं, ये कैसा बर्ताव है, पत्रकारों के साथ. अगर पत्रकार जाकर रिक्वेस्ट करे कि आवाज़ काम कर लो तो उन्होंने कहा कि भाग जा तू नास्तिक है. जब कहा के 10 बजे तो बंद हो जाना चाहिए तो कहा कि तू पाकिस्तानी है, मारो इसे ये पाकिस्तानी है. ऑर्गेनाइज़र जयकुमार सोम ने मेरे बच्चे को जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद तो पूरा काफिला ही मारने को दौड़ पड़ा.CCTV देखकर मेरे रोंगटे खड़े हो गए, क्योंकि जब ये गए थे मैं घर पर थी और अभी मेंटेनेंस में जाकर CCTV देखा है. हम सेफ फील नहीं कर रहे हैं. मैं सभी की बताना चाहती हूं कि सेफ कौन है. अगर पुलिस साथ खड़ी है और आपको मुंह पर मां- बहन की गालियां दी जाएं , आपके परिवार को मारने की धमकी दें, क्योंकि आपने बस रूल बता दिया कि बंद कर दो. हमारे घर के बाहर लोग घूम रहे हैं, मामला बहुत बिगड़ गया है.