समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की बदायूं लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव को कार्यकर्ताओं की ख्वाहिश पर इसी सीट से प्रत्याशी बनाये जाने को लेकर संशय बरकरार है. शिवपाल यादव से बुधवार को जब यहां संवाददाताओं ने पूछा कि क्या बदायूं से वह चुनाव लड़ेंगे या फिर उनके बेटे आदित्य मैदान में उतरेंगे, तब उन्होंने कहा, ''जहां भी हम गए हैं, हमने बैठक की है, हमने सम्मेलन किए, तो जनता ने मांग की है कि उन्हें युवा उम्मीदवार चाहिए.''
उन्होंने आदित्य यादव के चुनाव लड़ने की सम्भावनाओं के बारे में पूछे गये सवाल पर कहा, ''कुछ रणनीति के हिस्से होते हैं. अब वह रणनीति आपको तो नहीं बताई जाएगी. रणनीति को रणनीति ही रहने दीजिए. हम लड़ेंगे भी, लड़ाएंगे भी. आप चिंता न करें.'
भाजपा के 400 सीट जीतने के दावे के बारे में शिवपाल यादव ने कहा, ''पूरे प्रदेश में समाजवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को हरा रही है. सपा अपनी सीट जीतेगी. भाजपा सत्ता में नहीं आ पाएगी.''
पूर्व में सपा के सहयोगी रहे अपना दल (कमेरावादी) द्वारा ‘‘आल इंडिया मजलिस—ए—इत्तेहाद—उल—मुस्लिमीन'' के साथ गठबंधन कर सपा के पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के जवाब में 'पिछड़ा, दलित, मुसलमान न्याय मोर्चा' बनाये जाने के सवाल पर शिवपाल ने कहा, ''बाकी सब चीजें अपनी जगह हैं लेकिन यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि वह भाजपा की मदद कर रही हैं. अभी जनता में तो यही बात है कि इससे भाजपा की मदद होगी.''
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर शिवपाल यादव ने कहा, ''भाजपा हर जगह विपक्ष के लोगों का उत्पीड़न कर रही है. झूठे मुकदमे लिख—लिख कर विपक्ष नेताओं को जेल में डाला जा रहा है. जनता यह सब देख-समझ रही है. जब-जब ऐसी घटनाएं हुई हैं, जनता ने ऐसे लोगों को सत्ता से उखाड़ फेंका है.''
बुधवार को इस मुद्दे पर आदित्य यादव ने कहा, ''जनता के बीच से यह बात सामने आई है कि जब धर्मेंद्र यादव ने शुरुआती दिनों में अपनी राजनीति शुरू की तो उन्होंने बदायूं की बागडोर संभाली और यहां की जनता ने एक युवा के रूप में उनकी जीत सुनिश्चित की. मुझे भी ऐसा ही लगता है.''
उन्होंने कहा,‘‘ यहां की जनता के मन में यह भावना आ गई है कि यहां से कोई युवा चुनाव लड़ेगा तो नेतृत्व अच्छा होगा. इसलिए हमारे कार्यकर्ताओं ने यह मुद्दा उठाया है . लेकिन अगर आप मुझसे आधिकारिक तौर पर पूछें तो हम सभी शिवपाल सिंह यादव के लिए प्रचार कर रहे हैं, क्योंकि वह पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार हैं और वह चुनाव लड़ेंगे.'
उन्होंने कहा, ''पार्टी की कुछ रणनीतियों पर वरिष्ठ नेतृत्व विचार कर रहा है. मुझे लगता है कि आने वाले दिनों में यह रणनीति सबके सामने आ जाएगी और हम उसी के अनुरूप चुनाव लड़ेंगे.''
उन्होंने कहा,‘‘ मैं पार्टी का कार्यकर्ता और बेटा बनकर काम कर रहा हूं . हम यह तय करने की स्थिति में नहीं हैं कि कौन किस सीट से लड़ेगा, हालांकि व्यक्तिगत इच्छाएं भी हैं. एक बात तय है, चाहे मेरे पिता हों या मेरे नाम की घोषणा हो, हम पार्टी को मजबूत करने के लिए उसी तरह काम करेंगे.''
उन्होंने कहा,''इस बारे में भाजपा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी को जवाब देना है कि उन्होंने एक पिछड़े समुदाय से आने वाली महिला का टिकट क्यों काटा. जिस तरह से भाजपा पिछड़े समुदाय की उपेक्षा कर रही है जिसने पिछले चुनावों में उनका समर्थन किया था, आने वाले चुनाव में पिछड़ा समुदाय उसका जवाब देगा.” सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में सात मई को बदायूं में मतदान होगा.