उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव (Uttar Pradesh Assembly By-Election) में समाजवादी पार्टी के दबदबे वाली सीट करहल सीट से तेज प्रताप सिंह 14 हजार से ज्यादा वोटों से जीत गए हैं. पिछले 22 सालों से यह सीट सपा के कब्जे में है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी यहां से विधायक रह चुके हैं, ऐसे में यह सीट सपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण थी. मैनपुरी जिले की यह सीट मुलायम सिंह यादव और उनके परिवार की परंपरागत सीट रही है. यही कारण है पार्टी ने यादव परिवार के तेज प्रताप को चुनावी मैदान में उतारा है तो दूसरी ओर भाजपा उम्मीदवार अनुजेश प्रताप सिंह हैं. इस सीट पर कुल 7 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.
उम्मीदवार का नाम | पार्टी | मतों का अंतर |
प्रदीप | आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) | पीछे |
अनुजेश प्रताप सिंह | भाजपा | पीछे |
सुनील कुमार मिश्रा | सर्व समाज जनता पार्टी | पीछे |
तेज प्रताप सिंह | समाजवादी पार्टी | आगे |
सचिन कुमार | निर्दलीय | पीछे |
अवनीश कुमार शाक्य | बसपा | पीछे |
विवेक यादव | सर्वजन सुखाय पार्टी | पीछे |
जानिए क्या कहता है करहल का गणित
करहल में करीब 1.30 लाख यादव मतदाता हैं तो अनुसूचित जाति के 60 हजार मतदाता हैं. इसके बाद 50 हजार शाक्य, 30 हजार राजपूत, 30 हजार पाल बघेल, 25 हजार मुस्लिम, 20 हजार ब्राह्मण, 20 हजार लोधी और 15 हजार बनिया मतदाता हैं.
इस सीट पर 2002 में भाजपा के सोबरन सिंह ने चुनाव जीता था. हालांकि बाद में सोबरन सिंह सपा में शामिल हो गए थे.
भतीजे और फूफा आमने-सामने
विधानसभा सीट | रुझान/नतीजे |
सीसामऊ | समाजवादी पार्टी आगे |
कुंदरकी | समाजवादी पार्टी आगे |
करहल | समाजवादी पार्टी आगे |
गाजियाबाद सदर | बीजेपी आगे |
मझवां | बीजेपी आगे |
फूलपुर | बीजेपी आगे |
खैर | बीजेपी आगे |
मीरापुर | रालोद आगे |
कटेहरी | बीजेपी आगे |
यह चुनाव फूफा और भतीजे के बीच है. तेज प्रताप यादव अखिलेश के भतीजे हैं. वहीं अनुजेश प्रताप सिंह अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव के बहनोई हैं. ऐसे में करहल का सियासी मुकाबला दिलचस्प हो गया है.