आजम खान (Azam Khan) और उनके बेटे अब्दु्ल्ला आजम तथा परिवार पर इस वक्त 200 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं. इसी वजह से आजम खान और उनके बेटे के नामांकन का सबसे ज्यादा इंतजार उनके विरोधियों को है. आज़म खान और उनके बेटे की सियासी डगर में कानूनी अड़चने पैदा करने वाले कांग्रेसी प्रत्याशी नावेद मियां और बीजेपी प्रत्याशी ने रणनीति बनाई है.
अब्दुल्ला और उनकी मां जेल से बाहर हैं, लेकिन आजम खान अभी जेल में हैं. खुद अब्दुल्ला आजम का स्वार विधानसभा से और आजम खान का रामपुर सदर से चुनाव लड़ने का इरादा है. हालांकि, उनकी राह में मुकदमें रोड़ा बन सकते हैं. आजम खान पर 102 मुकदमें, पत्नी तनज़ीम पर 34 मुकदमें, बेटे अब्दुल्ला पर 44 मुकदमें और बड़े बेटे अदीब पर 31 मुकदमें दर्ज हैं.
आजम परिवार के सियासी मुख़ालिफ नूर महल में इत्मीनान से बैठे हैं. रामपुर रियासत के दो नवाबजादे- नावेद मिंया और उनके बेटे नवाबजा़दा हमज़ा. नावेद मिंया आजम खान के खिलाफ रामपुर सदर से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं और उनके बेटे हमज़ा अपना दल के टिकट से स्वार विधानसभा से अब्दुला के खिलाफ चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं, लेकिन नावेद मिंया को आज़म खान और उनके बेटे के नामांकन का बेसब्री से इंतज़ार क्यों है?
कांग्रेस के रामपुर सदर से प्रत्याशी नावेद मियां ने कहते हैं कि हर चीज लीगल होनी चाहिए. पहले नामिनेशन फाइल करें तब हम बताएंगे. उनके नामिनेशन चेक करेंगे. वो एक पब्लिक डाक्यूमेंटरी है. कानूनी लड़ाई तो लड़ेंगे ही.
आज़म खान पर अकेले 80 से ज्यादा केस दर्ज करवाने वाले आकाश सक्सेना रामपुर सदर से बीजेपी टिकट पर लड़ रहे हैं. आकाश सक्सेना के हाथों में अब्दुला आजम की जन्मपत्री हमेशा रहती है और उनके साथ Y श्रेणी के सुरक्षागार्ड भी. आकाश पेश से बिजनेसमैन हैं, लेकिन आजम खान से सियासी दुश्मनी निकालने के लिए कानून इतना पढ़ा कि कई बार वो खुद सुप्रीम कोर्ट तक में बहस कर चुके हैं.
बीजेपी उम्मीदवार (रामपुर सदर) आकाश सुक्सेना ने कहा कि मेरे जितने भी केस आजम के खिलाफ हैं उनमें बारीकी से जांच के बाद केस दर्ज हुआ. न्यालाय ने कहा कि पैन और बर्थ सार्टिफिकेट फर्जी है और उनकी विधायकी चली गई.
आजम खान बीमारी की हालत में जेल में हैं, लेकिन सियासी दुश्मन आज़म खान के परिवार को एक बार फिर कानूनी लड़ाई में उलझाने के लिए तैयार बैठे हैं.
वीडियो: पिता आजम खान का जिक्र करते हुए छलके बेटे अब्दुल्ला आजम के आंसू