'लड्डू और BJP का वेलकम' : क्यों वायरल हो रही पुलिस अफसर असीम अरुण की तस्वीर

असीम अरुण उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले से ताल्लुक रखते हैं और ऐसी अटकलें हैं कि वह कन्नौज से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.

Advertisement
Read Time: 15 mins
वरिष्ठ पुलिस अफसर असीम अरुण के चुनाव लड़ने की चर्चा
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Polls 2022) से पहले कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण (Asim Arun) ने वीआरएस की घोषणा करके चौंका दिया. उनके राजनीति में आने और विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना है. इस बीच, बीजेपी के राज्यसभा सदस्य और सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक बृजलाल के साथ उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. 

चुनाव आयोग (Election Commission) द्वारा शनिवार को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद 1994 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी असीम कुमार अरुण ने फेसबुक पर घोषणा की कि उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) की मांग की है. उन्हें मार्च 2021 में कानपुर का पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया था. 

असीम अरुण ने कहा, ''मैंने वीआरएस के लिए आवेदन दिया है क्योंकि अब राष्ट्र और समाज की सेवा एक नये रूप में करना चाहता हूं. मैं बहुत गौरवान्वित अनुभव कर रहा हूं कि मुझे योगी आदित्यनाथ जी ने भाजपा की सदस्यता के योग्य समझा.'' 

सर्विस के दौरान कई मेडल जीत चुके और ईमानदार पुलिस अधिकारी माने जाने वाले असीम अरुण की इस अचानक घोषणा ने कई लोगों की भौंहें चढ़ा दीं. बीती रात, यूपी पुलिस के पूर्व चीफ और मौजूदा समय में बीजेपी के राज्यसभा सांसद बृजलाल ने असीम अरुण के साथ अपनी मुलाकात की एक तस्वीर ट्वीट की, जिसमें वह असीम अरुण को मिठाई खिलाते हुए नजर आ रहे हैं. 

पुलिस की वेबसाइट में असीम अरुण अब भी कानपुर पुलिस आयुक्त के रूप में लिस्ट हैं. उनकी कम से कम 8 साल की सर्विस अभी बाकी थी. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि उन्होंने सरकार से अपने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति आवेदन में तेजी लाने के लिए कहा है.

असीम अरुण के पिता भी एक सम्मानित पुलिस अफसर थे. उनके उत्तर प्रदेश में डीजीपी के तौर पर सेवाएं दी थीं. असीम अरुण उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले से ताल्लुक रखते हैं और ऐसी अटकलें हैं कि वह कन्नौज की किसी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.

Advertisement

पिछले साल कानपुर के पुलिस कमिश्नर की जिम्मेदारी संभालने से पहले अरुण इमरजेंसी हेल्पलाइन 112 के प्रमुख और एटीएस के चीफ जैसे कई अहम ओहदों पर काम कर चुके हैं. 

उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए मतदान सात चरणों में होंगे. पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा 14, तीसरा 20, चौथा 23, पांचवां 27, छठा 3 मार्च और सातवें चरण की वोटिंग 7 मार्च होगी. वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी. 

Advertisement

उत्तर प्रदेश की सियासी लड़ाई काफी दिलचस्प होने वाली है. बीजेपी लगातार दूसरी बार सत्ता बनाने की कोशिश में जुटी है. बीजेपी के मुख्य प्रतिद्वंद्वी अखिलेश यादव की पार्टी सपा बीजेपी को हराकर सत्ता में आने की कोशिश में है. कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी भी मैदान में है. 

वीडियो: निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित कीं

Featured Video Of The Day
UK Election Results 2024: Britain में क्यों हुई PM Rishi Sunak की सबसे बुरी हार?