बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवा ने कई राज्यों में फसल को प्रभावित किया है. इससे किसानों के लिए उपज के भारी नुकसान और कटाई का संकट पैदा हो गया है. जबकि भारत गेहूं के प्रमुख उत्पादकों में से एक है. यह देश की एक बड़ी आबादी के लिए प्रमुख भोजन है. अधिकारियों के अनुसार, खराब मौसम के कारण तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में लगभग 5.23 लाख हेक्टेयर गेहूं की फसल खराब होने का अनुमान है.
उप्र में करीब 35 हजार हेक्टेयर कृषि क्षेत्र पर ओला और बेमौसम बारिश की मार पड़ी है. 1 लाख से ज्यादा किसानों को मुआवजा दिया जाएगा. 15 मार्च, 2023 से अब तक हुए सर्वे में यूपी में हुई बेमौसम बारिश/ओलावृष्टि से 11 जनपदों में कुल 01 लाख 07 हजार 523 किसानों का कुल 35,480.52 हेक्टेयर कृषि क्षेत्रफल प्रभावित हुआ है. प्रभावित किसानों को कुल ₹5,859.29 लाख देय है. फतेहपुर में 5,026 किसानों का 1,343 हेक्टेयर, आगरा में 4,738 किसानों का 2,804.15 हेक्टेयर, बरेली में 3,090 किसानों का 559 हेक्टेयर कृषि क्षेत्रफल प्रभावित हुआ है.
चंदौली में 11,265 किसानों का 2,986.81 हेक्टेयर, हमीरपुर में 396 किसानों का 271.83 हेक्टेयर, झांसी में 205 किसानों का 145 हेक्टेयर, ललितपुर में 7380 किसानों का 6,216.23 हेक्टेयर, प्रयागराज में 9,252 किसानों का 4,448.20 हेक्टेयर, उन्नाव में 5,505 किसानों का 2,801 हेक्टेयर, वाराणसी में 58,393 किसानों का 13,112 हेक्टेयर तथा लखीमपुर खीरी में 2,273 किसानों का 792.52 हेक्टेयर कृषि क्षेत्रफल प्रभावित हुआ है.
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