उत्तर प्रदेश के उन्नाव से एक चौंका देने वाली खबर सामने आई है. उन्नाव पुलिस पर एक युवक को पीट-पीट कर मार डालने का आरोप लगा है. 23 साल के सब्जी बेचने वाले नौजवान के परिजनों ने पुलिस पर बर्बरता से उसे मार डालने का आरोप लगाया है. परिजनों के आरोप लगाने के बाद एक सिपाही और एक होम गार्ड पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. सिपाही को ससपेंड करने के साथ ही होमगार्ड को बर्खास्त कर दिया गया है.
उन्नाव के बांगरमऊ इलाके के सब्जी बेचने वाले फैज़ल को बांगरमऊ थाने की पुलिस उठा ले गई थी. फैजल को पुलिस ने लॉकडाउन के उल्लंघन में हिरासत में लिया था. परिजनों का कहना है कि उसे पुलिस पीटते हुए ले गई थी और कस्टडी में भी उसे बुरी तरह पीटा गया.
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जब उसकी हालत बिगड़ने लगी तो उसे इलाके के कम्युनिटी हेल्थ सेंटर ले गए. वहां डॉक्टरों ने उसका प्राथमिक उपचार किया, लेकिन हालात ज्यादा बिगड़ने लगी. गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया. फैजल को अस्पताल भेजने के लिए एम्बुलेंस बुलाई गई. एम्बुलेंस के आने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया.
फैजल की मौत की खबर से गुस्साए लोगों ने भारी संख्या में बांगरमऊ थाने के बाहर प्रदर्शन शुरु किया. पुलिस की कार्रवाई से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई, मुआवजा व पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी की मांग को लेकर लखनऊ रोड क्रॉसिंग पर जाम लगा दिया.
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पुलिस की ओर से जारी बयान में बताया गया कि फैजल की मृत्यु के मामले में आरोपी सिपाही विजय चौधरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और होमगार्ड सत्यप्रकाश को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.