केंद्रीय पेट्रोलियम और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Puri)ने राष्ट्रपति पद के लिए NDA की ओर से द्रौपदी मुर्मू को प्रत्याशी चुनने के फैसले का स्वागत करते हुए इसे 'मास्टर स्ट्र्रोक' माना है. एनडीटीवी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मेरी राय में सारे राजनीतिक दलों, फिर चाहते वे यूपीए के हों या अन्य गैर बीजेपी दल, को एनडीए के उम्मीदवार का विरोध करना बेहद मुश्किल होगा. द्रौपदी मुर्मू का जिक्र करते हुए पुरी ने कहा, 'एक ऐसी उम्मीदवार, जो आदिवासी हैं और झारखंड की गवर्नर बनीं, ट्राइबल और महिला सशक्तीकरण की प्रतीक हैं. अगर विपक्ष उन्हें समर्थन नहीं देता तो उसे इसकी 'सियासी कीमत' चुकानी पड़ सकती है. केंद्रीय मंत्री पुरी ने कहा कि मुझे लग रहा है कि विपक्ष को अभी या फिर देरसबेर इस बारे में फैसला करना पड़ेगा.
सूत्रों के अनुसार, द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनाव को लेकर 25 जून को नामांकन कर सकती हैं. विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा गया है. राष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी बनाने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए द्रौपदी मुर्मू ने रायरंगपुर में अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, “मैं आश्चर्यचकित और खुश हूं. मयूरभंज जिले से आने वाली एक आदिवासी महिला के रूप में मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे इस पद का उम्मीदवार बनाया जाएगा.” उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने आदिवासी महिला का चयन कर के बीजेपी के नारे “सबका साथ सबका विश्वास” को सिद्ध कर दिया है.
गौरतलब है कि मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में भाजपा की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था, संसदीय बोर्ड की बैठक हुई थी. बैठक के बाद बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा ने ऐलान किया था कि झारखंड की पूर्व गवर्नर द्रौपदी मुर्मू एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार होंगी. नड्डा ने बताया कि संसदीय बोर्ड की बैठक में करीब 20 नामों पर चर्चा हुई और आखिरकार, आदिवासी महिला नेता मुर्मू पर मुहर लगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य बैठक में मौजूद थे.
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