केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने बंगाल में लोकसभा की 35 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए, अगले साल होने वाले आम चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 35 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा और कहा कि राज्य की ममता बनर्जी सरकार 2025 के बाद नहीं बचेगी.

विज्ञापन
Read Time: 27 mins

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए, अगले साल होने वाले आम चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 35 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा और कहा कि राज्य की ममता बनर्जी सरकार 2025 के बाद नहीं बचेगी. पीएम नरेन्द्र मोदी के 2024 में फिर से देश का प्रधानमंत्री बनने पर जोर देते हुए शाह ने कहा कि ममता बनर्जी जैसे राजनीतिक नेता कभी भी पाकिस्तान को करारा जवाब नहीं दे सकते और कश्मीर में आतंकवाद से नहीं लड़ सकते.

केंद्रीय मंत्री अमित शाह की टिप्पणियों पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने तीखी प्रतिक्रिया दी. पार्टी ने पूछा कि कैसे कोई केंद्रीय मंत्री, अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले “एक निर्वाचित सरकार को खुले तौर पर गिराने की धमकी दे सकते हैं”. शाह ने यहां बीरभूम जिले के सूरी इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “मैं साफ-साफ कह दूं कि नरेन्द्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. बंगाल के लोगों ने पिछले विधानसभा चुनाव में हमें 77 सीटें देकर बड़ी जिम्मेदारी दी है.”

उन्होंने कहा, “हमें पश्चिम बंगाल में 35 से अधिक लोकसभा सीटें दें, और मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि भ्रष्ट टीएमसी सरकार 2025 से आगे नहीं टिक पाएगी.” ममता बनर्जी सरकार 2026 में अपना तीसरा कार्यकाल पूरा करने वाली है. भाजपा ने 2019 के चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर जीत हासिल की थी.

बाद में शाम को कोलकाता में दक्षिणेश्वर काली मंदिर में दर्शन के लिये पहुंचे शाह ने राज्य में लोकसभा की 35 सीटें जीतने का भरोसा जताते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनावों में देश भर में 300 से अधिक सीटें जीतकर सत्ता में वापसी करेंगे.” भ्रष्टाचार के मामलों में ईडी और सीबीआई द्वारा तृणमूल मंत्रियों और नेताओं की गिरफ्तारी पर पार्टी की आलोचना करते हुए शाह ने कहा कि पार्टी को खुद पर शर्म आनी चाहिए.

इस आलोचना पर कि केंद्रीय एजेंसियों ने राजनीतिक कारणों से टीएमसी को निशाना बनाया है, शाह ने कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार और लूट में लिप्त हैं, वे अंततः जेल में बंद होंगे. वंशवाद की राजनीति को लेकर टीएमसी पर निशाना साधते हुए, पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने अपने भाषण के दौरान बार-बार “दीदी और भतीजा (ममता बनर्जी के रूप में बड़ी बहन के लिए उनके समर्थकों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला संबोधन और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी)” वाक्यांश का इस्तेमाल किया.

उन्होंने दावा किया कि बनर्जी को बंगाल के उन युवाओं की परवाह नहीं है जिन्हें स्कूल नौकरी घोटाले में ठगा जा रहा है क्योंकि उनका एकमात्र लक्ष्य “अपने भतीजे को इस राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाना” है. केंद्रीय गृह मंत्री ने दावा किया, “लेकिन मैं स्पष्ट कर दूं कि पश्चिम बंगाल का अगला मुख्यमंत्री भाजपा का होगा. केवल भाजपा ही भ्रष्ट टीएमसी से लड़ सकती है और उसे हरा सकती है. ममता बनर्जी के शासन में, पश्चिम बंगाल बम बनाने के कारखानों का केंद्र बन गया है.”

Advertisement

बनर्जी के भतीजे अभिषेक तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद हैं. असम का उदाहरण देते हुए, जहां 2016 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद घुसपैठ और गाय की तस्करी बंद हो गई, शाह ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो बंगाल में भी यही दोहराया जाएगा.

उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार के प्रति टीएमसी की आत्मीयता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पशु तस्करी मामले में गिरफ्तार होने के बाद भी पार्टी ने अभी तक व्यक्ति (अनुब्रत मंडल) को अपने जिला अध्यक्ष के पद से नहीं हटाया है.” उन्होंने हाल ही में बीरभूम से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए जाने के मामले में चल रही जांच का भी जिक्र किया.

Advertisement

पश्चिम बंगाल में रामनवमी रैलियों के दौरान हालिया झड़पों पर, शाह ने इसके लिए टीएमसी सरकार की “तुष्टीकरण की राजनीति” को जिम्मेदार ठहराया. शाह ने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी 2024 में राज्य में 35 से अधिक सीटें जीतकर सत्ता में लौटती है, तो “कोई भी राज्य में रामनवमी की रैलियों पर हमला करने की हिम्मत नहीं करेगा.”

पश्चिम बंगाल के हुगली और हावड़ा जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई, जहां रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच झड़प हुई थी. रामनवमी के जुलूस के दौरान हथियार ले जाने के आरोप में बिहार के मुंगेर के एक युवक को भी गिरफ्तार किया गया था, जिसे टीएमसी ने भाजपा समर्थक होने का दावा किया है.

Advertisement

उन्होंने कहा, “टीएमसी, कांग्रेस और वामपंथी जैसी पार्टियों ने वर्षों तक अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में बाधाएं खड़ी की थीं. लेकिन मोदीजी ने राम मंदिर का शिलान्यास किया.” बाद में दक्षिणेश्वर मंदिर में पूजा करने के बाद शाह ने कहा कि उन्होंने देवी से प्रार्थना की कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार हो.

शाह की बयान पर टीएमसी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, “वह 2021 के विधानसभा चुनाव में 200 से अधिक सीटें जीतने की तरह ही 35 सीटें जीतने का सपना देख सकते हैं. एक केंद्रीय मंत्री एक निर्वाचित सरकार को अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले उसे गिराने की खुलेआम धमकी कैसे दे सकते हैं? अब साबित हो गया है कि राज्य सरकार को गिराने की साजिश चल रही है.”

Advertisement

वंशवाद की राजनीति के मुद्दे पर टीएमसी पर शाह के हमले का जिक्र करते हुए घोष ने कहा, “ऐसा लगता है कि शाह यह भूल गए हैं कि बंगाल में उनके नेता शुभेंदु अधिकारी खुद वंशवाद की राजनीति की उपज हैं.” शुभेंदु टीएमसी सांसद शिशिर अधिकारी के पुत्र हैं जो भाजपा में शामिल हो गए थे. उनके परिवार के कई सदस्य भी बंगाल में नेता हैं. रैली को संबोधित करने के बाद शाह ने सूरी में जिला पार्टी कार्यालय का उद्घाटन किया.

ये भी पढ़ें:-

शराब नीति केस : मनीष सिसोदिया की जमानत अर्जी पर HC ने CBI को नोटिस जारी कर मांगा जवाब

"सिसोदिया की षड्यंत्र रचने में अहम भूमिका रही": ईडी ने AAP नेता की जमानत याचिका पर सुनवाई में किया दावा

Featured Video Of The Day
Maharashtra Election Results: महायुति ने दिखाई 'महा-पावर', NDA की 'सुनामी' में उड़ गया MVA
Topics mentioned in this article