प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार को मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता की. बैठक लगभग 8 घंटों तक चली. बैठक में कई मंत्रालयों के अपने भविष्य के एजेंडे पर प्रजेंटेशन दिया. बैठक में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अपनी सरकार की 10 साल की सफलताओं और भविष्य की प्राथमिकताओं, विशेष रूप से 2047 तक ‘विकसित भारत' बनाने के लक्ष्य के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी. आज हुई बैठक को अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
2 साल की मेहनत में तैयार हुआ है विज़न डॉक्यूमेंट
आज की बैठक में मई, 2024 में नई सरकार के गठन के बाद त्वरित कार्यान्वयन के लिए तत्काल कदमों के 100-दिवसीय एजेंडे पर भी चर्चा हुई. मंत्रिपरिषद ने विकसित भारत 2047 के लिए विज़न डॉक्यूमेंट और अगले 5 वर्षों के लिए विस्तृत कार्य योजना पर विचार-विमर्श किया. विकसित भारत का रोडमैप 2 साल से अधिक की गहन तैयारी के बाद तैयार किया गया है. इसमें सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग निकायों, नागरिक समाज, वैज्ञानिक संगठनों के साथ व्यापक परामर्श के बाद तैयार किया गया है. इसके लिए 2700 से अधिक बैठकें, कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए गए. 20 लाख से अधिक युवाओं के सुझाव सरकार को प्राप्त हुए.
पीएम मोदी ने मंत्रियों को किया संबोधित
मंत्रिपरिषद की बैठक में पीएम मोदी ने मंत्रियों को क़रीब एक घंटे संबोधित किया. पीएम ने उन्हें आगाह किया कि बोलने में परहेज़ करें. जो भी बयान दें, सोच समझ कर दें. आजकल डीप फेक का चलन है जिसमें आवाज़ बदलकर कोशिश की जाती है, इससे सतर्क रहें. जो भी बोलना है योजनाओं पर बोलें, विवादित बयानों से बचें. मैने राज्यसभा के सांसदों को चुनाव लड़ने को कहा था. पीएम ने कहा कि विकसित भारत की झलक आगामी पूर्ण बजट में दिखनी चाहिए जो इस बार जून में पेश होगा.
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