Ukraine crisis: रूस-यूक्रेन संकट के बीच केंद्र सरकार ने कहा है कि यूकेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है और लोगों को बाहर निकालने के लिए फ्लाइट्स का इंतजाम करने के प्रयाास हो रहे हैं. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि यूक्रेन में स्थिति का जायजा लेने के लिए सुरक्षा मामलों संबंधी कैबिनेट समिति की बैठक जारी है. प्रधानमंत्री मोदी ने सीसीएस की बैठक में कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता भारतीयों की सुरक्षा और यूक्रेन से उन्हें बाहर निकालना है. विदेश सचिव ने बताया कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास जटिल स्थिति के बावजूद भारतीयों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रहा है.विदेश मंत्री एस जयशंकर यूक्रेन संकट पर रोमानिया, स्लोवाकिया, पोलैंड और हंगरी के विदेश मंत्रियों के साथ बात करेंगे.
विदेश सचिव ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में 20, 000 में से लगभग 4,000 भारतीय नागरिक पहले ही यूक्रेन छोड़ चुके हैं. जमीनी हालात मुश्किल हैं और लगातार बदल रहे हैं लेकिन हम छात्रों सहित यूक्रेन से सभी भारतीय नागरिकों को सुरक्षित एवं सही-सलामत वापस लाने के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे. गौरतलब है कि यूक्रेन पर हमले के बाद रूसी सेना अब राजधानी कीव की ओर बढ़ रही है. इस बीच, यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने की कोशिश तेज की जा रही हैं. यूक्रेन में भारत के राजदूत पार्थ सत्पथी ने कहा कि भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास अलर्ट हैं और परिस्थितियों की निगरानी कर रही हैं. हम भारतीयों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे काम कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा, "भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हम अथॉरिटीज के संपर्क में हैं. भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और यूक्रेन में भारतीय दूतावास स्थिति को लेकर अलर्ट है और भारतीयों को यूक्रेन से बाहर निकालने के तौर-तरीकों पर काम कर रहे हैं. देख रहे हैं कि हम हमारे नागरिकों को पड़ोसी देशों और यूक्रेन से लगती पश्चिम सीमाओं के जरिये कैसे निकाल सकते हैं."
राजदूत ने कहा, ‘‘हवाई क्षेत्र बंद है, रेलवे की समयसारिणी अनिश्चित है और सड़कों पर भीड़भाड़ है. मैं सभी से शांत रहने और स्थिति का सामना धैर्य के साथ करने का अनुरोध करता हूं.'' उन्होंने कहा कि कीव में भारतीय दूतावास खुला हुआ है और उसका कामकाज जारी है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे आग्रह करता हूं कि कृपया आप जहां भी हों, अपने परिचित स्थानों पर रहें. जो लोग पारगमन में हैं, कृपया अपने परिचित स्थानों पर लौट आएं.''