महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार तड़के कहा कि नवी मुंबई के खारगर में आयोजित महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह (Maharashtra Bhushan Award Ceremony) की उचित योजना नहीं बनाई गई थी. इस कार्यक्रम के दौरान लू लगने से 11 लोगों की मौत हो गई थी. कार्यक्रम में लू से पीड़ित मरीजों से मिलने के बाद उद्धव ठाकरे ने मीडिया से बात की और कहा, 'हम उन लोगों से मिले हैं जिनका इलाज चल रहा है. मैंने चार से पांच मरीजों से बातचीत की. उनमें से दो की हालत गंभीर थी. कार्यक्रम को लेकर ठीक से योजना नहीं बनाई गई थी. इस घटना की जांच कौन करेगा?"
महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह खरगर में लू लगने से ग्यारह मरीजों की मौत के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray), उनके बेटे आदित्य ठाकरे और राकांपा नेता अजित पवार एमजीएम कमोठे अस्पताल पहुंचे. इससे पहले घटना के बाद, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पीड़ितों के लिए पांच लाख रुपये की घोषणा की और साथ ही इलाज के लिए पूरे चिकित्सा खर्च को राज्य सरकार द्वारा वहन करने की घोषणा की.
महाराष्ट्र के सीएम शिंदे ने ट्वीट में लिखा, "आज खारघर में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह के दौरान, कुछ लोगों को गर्मी के कारण अस्पताल में स्थानांतरित करना पड़ा, दुर्भाग्य से, उनमें से 11 की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई. यह एक दर्दनाक घटना है. हम उनके परिवारों के दुख में शामिल हैं. जैसे ही मुझे इस घटना की जानकारी मिली, मैं तुरंत कामोठे के एमजीएम अस्पताल पहुंचा और डॉक्टरों के साथ-साथ उन सदस्यों से भी बात की, जिनका इलाज चल रहा है. प्रशासन ने निर्देश दिया है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मरने वाले सदस्यों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये दिए जाएंगे और इलाज कराने वाले सदस्यों का पूरा चिकित्सा खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा, ” समारोह में लू से पीड़ित कुछ लोगों को खारघर के टाटा अस्पताल में भी ले जाया गया.
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