गृह मंत्री अमित शाह के भाषण के वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के मामले में अहमदाबाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले में दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया था. गौरतलब है कि 25 अप्रैल को तेलंगान के मेडक जिले के सिद्दीपेट में भाजपा की चुनावी रैली में अमित शाह द्वारा दिए गए भाषण के वीडियो को कथित तौर पर छेड़छाड़ कर सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया था.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, अमित शाह का फेक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ, जिसमें वे कह रहे थे कि बीजेपी की सरकार बनेगी तो एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण को ख़त्म कर देंगे. फ़ैक्ट चेक में ये वीडियो फेक साबित हुआ है .जिसके बाद गृह मंत्रालय की शिकायत के आधार पुलिस कार्रवाई कर रही है.
इससे पहले असम पुलिस ने भी मामले में सोमवार को एक शख्स को गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस ने मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी समेत तेलंगाना कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं को भी मामले में पूछताछ के लिए तलब किया है.
अमित शाह ने विपक्ष को दिया करारा जवाब
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस यह झूठ फैला रही है कि बीजेपी तीसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में आई तो उसका इरादा संविधान बदलने और आरक्षण समाप्त करने का है. शाह ने दावा किया कि जनता के आशीर्वाद और समर्थन से बीजेपी लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीट जीतने के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि हम कोई तुष्टीकरण की राजनीति नहीं कर रहे हैं. अमित शाह ने कहा कि "कांग्रेस पार्टी के नेता इतने हताश हैं कि उन्होंने मेरे भाषण का फर्जी वीडियो बनाया ."
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